दुर्ग-भिलाई में स्मार्ट मीटर क्रांति: 55% घरों में स्थापना पूरी, उपभोक्ता अब देख सकेंगे खपत की हर यूनिट
दुर्ग-भिलाई शहर में बिजली वितरण व्यवस्था को पारदर्शी और आधुनिक बनाने की दिशा में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कुल 2.67 लाख उपभोक्ताओं में से 1.46 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। अब उपभोक्ता हर आधे घंटे की बिजली खपत देख सकेंगे और मीटर रीडिंग स्वतः विभाग को भेजी जाएगी। मीटर बदलना पूरी तरह नि:शुल्क है और उपभोक्ताओं को सटीक बिलिंग, सुरक्षा निधि से मुक्ति तथा नेटमीटर की जरूरत न पड़ने जैसे कई फायदे मिलेंगे।
UNITED NEWS OF ASIA. रोहिताश सिंह भुवाल, दुर्ग। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) ने दुर्ग-भिलाई में बिजली व्यवस्था को स्मार्ट और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। कुल 2,67,779 उपभोक्ताओं में से 1,46,070 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, यानी अब तक करीब 55 प्रतिशत घर इस आधुनिक तकनीक से जुड़ चुके हैं।
स्मार्ट मीटर तकनीक से उपभोक्ता अब हर आधे घंटे की बिजली खपत का सटीक रिकॉर्ड देख सकते हैं। इससे वे अपनी ऊर्जा उपयोग को नियंत्रित कर बचत कर पाएंगे। साथ ही, मीटर रीडिंग स्वतः विभाग तक पहुंच जाती है, जिससे बिल में मानवीय त्रुटि की संभावना समाप्त हो जाती है।
सीएसपीडीसीएल ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य आरडीएसएस योजना के तहत भारत सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है। इस मीटर के कई फायदे हैं — अब हर साल सुरक्षा निधि जमा नहीं करनी होगी, सोलर रुफटॉप कनेक्शन के लिए अलग नेटमीटर की जरूरत नहीं होगी और बिलिंग प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी।
मुख्य अभियंता संजय खंडेलवाल ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे ‘मोर बिजली’ ऐप तुरंत डाउनलोड करें, जिससे वे दैनिक खपत, बिल विवरण और अन्य सेवाएं घर बैठे प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मोबाइल नंबर पंजीकृत कराएं ताकि बिजली बंद होने और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं समय पर मिल सकें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्मार्ट मीटर लगने से अधिक बिल आने की आशंका निराधार है। मीटर लगाने का कार्य पूर्णतः नि:शुल्क है और जीनस कंपनी के अधिकृत कर्मचारी पहचान पत्र और यूनिफॉर्म के साथ कार्य कर रहे हैं। किसी भी शिकायत की स्थिति में उपभोक्ता संबंधित जोन या वितरण केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
सीएसपीडीसीएल का लक्ष्य है कि जल्द ही सभी उपभोक्ता स्मार्ट मीटर सुविधा से जुड़ें। इससे न केवल उपभोक्ताओं को पारदर्शी और सटीक बिलिंग का लाभ मिलेगा, बल्कि राज्य की बिजली वितरण व्यवस्था भी और अधिक आधुनिक और कुशल बनेगी।