सीआरपीएफ कैंप में जवान ने की आत्महत्या, AK-47 से खुद को मारी गोली, इलाके में हड़कंप

छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा पर सोनाबेड़ा क्षेत्र के ढेकूनपानी स्थित सीआरपीएफ कैंप में तैनात एक जवान ने अपनी AK-47 से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान ओडिशा निवासी गोपीनाथ सबर के रूप में हुई है। पुलिस और सीआरपीएफ मामले की जांच में जुटी है।

Dec 13, 2025 - 16:23
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सीआरपीएफ कैंप में जवान ने की आत्महत्या, AK-47 से खुद को मारी गोली, इलाके में हड़कंप

 UNITED NEWS OF ASIA. गरियाबंद। छत्तीसगढ़–ओडिशा सीमा पर स्थित सोनाबेड़ा क्षेत्र के आश्रित ढेकूनपानी सीआरपीएफ कैंप से एक बेहद दुखद और सनसनीखेज मामला सामने आया है। कैंप में तैनात एक सीआरपीएफ जवान ने अपनी सर्विस राइफल AK-47 से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद पूरे कैंप और आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया।

मृतक जवान की पहचान गोपीनाथ सबर के रूप में हुई है। वह ओडिशा राज्य के खरियार क्षेत्र अंतर्गत खरधरा गांव का निवासी बताया जा रहा है। जवान के इस कदम से न केवल उसके सहकर्मी बल्कि पूरे सुरक्षा बल में शोक की लहर दौड़ गई है। घटना की जानकारी मिलते ही कोमना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटना कैंप परिसर के भीतर ही हुई, जहां जवान ने अपनी ड्यूटी में प्रयुक्त AK-47 से खुद को गोली मारी। गोली की आवाज सुनते ही कैंप में मौजूद अन्य जवान मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक जवान की मौत हो चुकी थी। तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई और कैंप क्षेत्र को सुरक्षित कर दिया गया।

फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जवान किसी मानसिक तनाव, पारिवारिक परेशानी या अन्य कारणों से जूझ रहा था या नहीं। पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी हर पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं। जवान के साथियों से पूछताछ की जा रही है और ड्यूटी रिकॉर्ड सहित अन्य दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि की जा सके। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। वहीं, सीआरपीएफ की ओर से भी आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है।

इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा बलों में तैनात जवानों के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव से जुड़े मुद्दों को सामने ला दिया है। दुर्गम और संवेदनशील इलाकों में लगातार ड्यूटी, पारिवारिक दूरी और जिम्मेदारियों का दबाव जवानों पर गहरा असर डाल सकता है।

फिलहाल पुलिस और सीआरपीएफ प्रशासन पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुटे हुए हैं और मृतक जवान के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है