छत्तीसगढ़ में अटलजी की याद में बने चार अटल परिसर, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने किया लोकार्पण
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने जांजगीर-चांपा जिले के चार नगर निकायों में तीन करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित अटल परिसरों का लोकार्पण किया। नवागढ़ में 2.49 करोड़ की लागत से बनने वाले एसटीपी का भी भूमिपूजन किया गया। इस अवसर पर विकास कार्यों के लिए कुल साढ़े नौ करोड़ रुपए देने की घोषणा की गई। अटल परिसरों का निर्माण भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति और उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। उप मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज जांजगीर-चांपा जिले के चार नगर निकायों में अटल परिसरों का लोकार्पण किया। तीन करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से निर्मित ये परिसरों राज्य के निर्माता भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति और उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का प्रतीक हैं।
इस अवसर पर नवागढ़ में 2.49 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले सेप्टिक टैंक प्लांट (एसटीपी) का भी भूमिपूजन किया गया। पामगढ़, राहौद, खरौद और नवागढ़ नगर पंचायतों में नवनिर्मित अटल परिसरों के लोकार्पण के साथ ही उप मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों के लिए कुल साढ़े नौ करोड़ रुपए की घोषणा की।
अरुण साव ने कहा कि अटलजी ने छत्तीसगढ़ राज्य के गठन में ऐतिहासिक योगदान दिया और गांवों, किसानों व नागरिकों के लिए कई योजनाएं शुरू की। अटल परिसरों का निर्माण केवल स्मारक नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने वाला केंद्र भी बनेगा।
विधायक ब्यास कश्यप ने अटलजी को छत्तीसगढ़ के वास्तविक निर्माता बताया और उनके आदर्शों व योगदान को याद किया। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि अटलजी ने छत्तीसगढ़ की जनता की वर्षों पुरानी आकांक्षाओं को साकार किया।
इस अवसर पर उप संसदीय सचिव, पूर्व सांसद, नगर पंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर, पार्षदगण, जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक भवन, सामुदायिक भवन, सीसी रोड और पेवर ब्लॉक जैसे विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया गया।
अटल परिसरों के माध्यम से अटलजी के आदर्श, दूरदर्शिता और राष्ट्र सेवा के सिद्धांत आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचेंगे, और यह छत्तीसगढ़ के नागरिकों के लिए गर्व का प्रतीक बनेंगे।