राष्ट्रीय गीत ’वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर बालोद में हुआ राष्ट्रीय स्तर कार्यक्रम का प्रसारण, जनप्रतिनिधियों ने किया सामूहिक गायन

राष्ट्रीय गीत ’वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर जिला पंचायत बालोद के सभाकक्ष में राष्ट्रीय स्तर कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद बालोद में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम् गाकर राष्ट्रीय एकता और गौरव का संदेश दिया।

Nov 7, 2025 - 19:16
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राष्ट्रीय गीत ’वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर बालोद में हुआ राष्ट्रीय स्तर कार्यक्रम का प्रसारण, जनप्रतिनिधियों ने किया सामूहिक गायन

UNITED NEWS OF ASIA. परस साहू, बालोद | राष्ट्रीय गीत ’वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर जिला पंचायत बालोद के सभाकक्ष में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्तर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से राष्ट्रव्यापी स्मरणोत्सव का शुभारंभ करते हुए वंदे मातरम् की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, उसकी राष्ट्रीय भावना और आज के भारत के लिए उसके महत्व पर विस्तार से चर्चा की।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत के आत्मबल और संकल्प का प्रतीक था। यह गीत भारतीयों के भीतर आत्मविश्वास, साहस और राष्ट्रप्रेम का संचार करता है। उन्होंने कहा कि “वंदे मातरम् का अर्थ संकल्प की सिद्धि है। यह वह उद्घोष था जिसने गुलामी के अंधकार में आज़ादी की ज्योति जगाई थी।”

कार्यक्रम के उपरांत बालोद जिला पंचायत सभाकक्ष में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक साथ खड़े होकर पूरे सम्मान और उत्साह के साथ वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया। सामूहिक गायन के दौरान पूरा सभाकक्ष राष्ट्रभक्ति की भावना से गूंज उठा।

 

इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष तारणी पुष्पेंद्र चंद्राकर, राज्य लघु वनोपज संघ के उपाध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष तोमन साहू, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि यशवंत जैन, चेमन देशमुख, राकेश यादव, कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत सुनील चंद्रवंशी, संयुक्त कलेक्टर मधुहर्ष और डिप्टी कलेक्टर प्राची ठाकुर सहित अनेक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और कर्मचारी मौजूद रहे।

कार्यक्रम के समापन पर जिला पंचायत अध्यक्ष तारणी चंद्राकर ने कहा कि वंदे मातरम् हमारी राष्ट्रीय चेतना का अभिन्न अंग है और इस गीत ने देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। यह आयोजन देश के गौरव और एकता के प्रतीक के रूप में सदैव याद रखा जाएगा।