राज्योत्सव में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों को मिले सम्मान, भाजपा पर भेदभाव का आरोप – आम आदमी पार्टी
आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में स्थानीय कलाकारों की अनदेखी पर भाजपा सरकार को घेरा है। पार्टी के नेताओं सूरज उपाध्याय और उत्तम जायसवाल ने कहा कि सरकार बाहर के कलाकारों को सम्मान देती है, जबकि छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों को मंच और पहचान से वंचित रखा जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रदेश में सांस्कृतिक भेदभाव को बढ़ावा दे रही है और छत्तीसगढ़ की अस्मिता, परंपरा और एकजुटता को कमजोर कर रही है।
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के आयोजन को लेकर भाजपा सरकार पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा कि हर साल राज्योत्सव में बाहर से कलाकारों को बुलाकर सम्मानित किया जाता है, जबकि छत्तीसगढ़ की माटी में पले-बढ़े लोक कलाकारों को मंच और सम्मान से वंचित रखा जाता है। उन्होंने कहा कि ये कलाकार केवल सम्मान चाहते हैं, उन्हें बड़ी रकम नहीं चाहिए, लेकिन सरकार उन्हें अवसर देने में विफल रही है।
सूरज उपाध्याय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति प्रदेश की अस्मिता का प्रतीक है। यहां के कलाकार देश-विदेश में छत्तीसगढ़ की पहचान बना चुके हैं, फिर भी अपने ही राज्य में उन्हें सम्मान नहीं मिलता। उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ की माटी और परंपरा का अपमान बताया।
प्रदेश संगठन महासचिव उत्तम जायसवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में छत्तीसगढ़ी और गैर-छत्तीसगढ़ी लोगों के बीच दूरी बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि संस्कृति विभाग में बैठे अधिकारियों ने स्थानीय कलाकारों की अनदेखी कर भेदभाव को बढ़ावा दिया है।
पार्टी नेताओं ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह लोक कलाकारों को सम्मान और मंच प्रदान करे, क्योंकि यही कलाकार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार अपनी नीतियों में सुधार नहीं करती, तो यह प्रदेश की एकजुटता और सांस्कृतिक अस्मिता के लिए खतरा बन जाएगा।