विधायक निधि से दुलार धर्मशाला में बनेगा अतिरिक्त कक्ष — भूमिपूजन कर बोले राजेश मूणत, “विश्वकर्मा समाज से है 40 वर्षों का पारिवारिक रिश्ता”
रायपुर में विधायक राजेश मूणत ने दुलार धर्मशाला में 25 लाख की लागत से बनने वाले अतिरिक्त कक्ष का भूमिपूजन किया। दीपावली बाद सड़कों की मरम्मत का भी किया ऐलान।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत ने आज बढ़ईपारा स्थित दुलार धर्मशाला में 25 लाख रुपए की लागत से बनने वाले अतिरिक्त कक्ष के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। यह राशि विधायक निधि से स्वीकृत की गई है।
भूमिपूजन कार्यक्रम में समाजजनों की भारी उपस्थिति रही। इस अवसर पर विधायक मूणत ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के साथ उनका संबंध मात्र सामाजिक नहीं, बल्कि पारिवारिक है, जो पिछले 40 वर्षों से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि यह धर्मशाला समाज की मेहनत और एकजुटता का प्रतीक है, जिसने अपनी मेहनत से इसे खड़ा किया है।
श्री मूणत ने कहा, “विश्वकर्मा समाज मेहनतकश, कर्मठ और सहयोगी स्वभाव के लिए जाना जाता है। समाज के वरिष्ठों ने अपनी निष्ठा से इस संस्था को खड़ा किया है। अब जब समाज ने आवश्यकता जताई कि धर्मशाला में एक अतिरिक्त कक्ष की जरूरत है, मैंने बिना देर किए विधायक निधि से 25 लाख रुपये स्वीकृत किए।”
उन्होंने आगे बताया कि दीपावली के बाद तात्यापारा वार्ड की जर्जर सड़कों की मरम्मत का कार्य भी शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को प्राथमिकता देना ही उनके जीवन का उद्देश्य है।
मूणत ने बताया कि हाल ही में बढ़ईपारा विद्यालय के पास स्थित हनुमान मंदिर के पुनर्निर्माण हेतु अधोसंरचना मद से 10 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई, और यह कार्य पूर्ण हो चुका है। साथ ही बढ़ईपारा प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में 5-5 लाख रुपए के विकास कार्य प्रगति पर हैं।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए जनसेवा और विकास कार्य ही राजनीति का मूल उद्देश्य हैं। जनता जब भी कोई विषय मेरे संज्ञान में लाती है, तो मैं उसका त्वरित समाधान करने का प्रयास करता हूं।”
कार्यक्रम के दौरान समाज के वरिष्ठजनों और पदाधिकारियों ने विधायक राजेश मूणत का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके सहयोग से धर्मशाला और आसपास के क्षेत्र में विकास कार्यों को नई गति मिली है।
यह भूमिपूजन न केवल समाज के बुनियादी ढांचे के विकास का प्रतीक है, बल्कि विधायक और जनता के बीच विश्वास के रिश्ते को भी मजबूत करने वाला कदम सिद्ध हुआ है।