कबीरधाम में तीन दिवसीय राज्योत्सव मेला 2 से 4 नवंबर तक — विभागीय प्रदर्शनी में दिखेगी जनकल्याणकारी योजनाओं की झलक, तैयारियां शुरू

कबीरधाम जिले में 2 से 4 नवंबर तक तीन दिवसीय राज्योत्सव मेला होगा। कलेक्टर ने तैयारियां शुरू कर विभागों को जिम्मेदारी सौंपी, प्रदर्शनी में सरकारी योजनाओं की झलक दिखेगी।

Oct 16, 2025 - 17:52
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कबीरधाम में तीन दिवसीय राज्योत्सव मेला 2 से 4 नवंबर तक — विभागीय प्रदर्शनी में दिखेगी जनकल्याणकारी योजनाओं की झलक, तैयारियां शुरू

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में इस वर्ष कबीरधाम जिले में तीन दिवसीय राज्योत्सव मेला का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 2 से 4 नवंबर 2025 तक आचार्य पंथ गृंधमुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मैदान, कवर्धा में संपन्न होगा।

कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बताया कि इस आयोजन में विभिन्न विभागों की विकासात्मक और जनकल्याणकारी प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिनमें छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की झलक आमजन को देखने मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्योत्सव का मुख्य उद्देश्य जनता को शासन की योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रेरित करना है।

कलेक्टर ने बताया कि प्रदर्शनी स्टॉलों के माध्यम से नागरिकों को यह बताया जाएगा कि वे विभिन्न योजनाओं का लाभ कैसे ले सकते हैं और आवेदन प्रक्रिया क्या होगी, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके।

राज्योत्सव की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने सभी विभागों को दायित्व सौंप दिए हैं। आयोजन के नोडल अधिकारी के रूप में अपर कलेक्टर श्री विनय पोयाम को नियुक्त किया गया है, वहीं एसडीएम श्री चेतन साहू मेला स्थल प्रभारी रहेंगे।

यातायात और सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक को दी गई है। शांति व्यवस्था का दायित्व अतिरिक्त कलेक्टर के पास रहेगा। मंच, बैरिकेड्स, बैठक व्यवस्था, सजावटी गेट और स्टॉल निर्माण का कार्य वनमंडलाधिकारी, लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका परिषद कवर्धा को सौंपा गया है।

सफाई और फायर ब्रिगेड की जिम्मेदारी नगर पालिका को दी गई है। मंच और सत्कार व्यवस्था की देखरेख वन विभाग, एसडीएम कवर्धा, लोक निर्माण, आबकारी, खनिज विभाग, सीएमओ और तहसीलदार कवर्धा मिलकर करेंगे। पेयजल आपूर्ति का कार्य लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग संभालेगा, जबकि विद्युत व्यवस्था की जिम्मेदारी विद्युत वितरण कंपनी और पीडब्ल्यूडी को दी गई है।

कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राज्योत्सव को भव्य, सांस्कृतिक और जनसहभागिता से परिपूर्ण आयोजन बनाया जाए, ताकि जिले की प्रतिभाओं, संस्कृति और विकास कार्यों को मंच मिल सके।

यह तीन दिवसीय राज्योत्सव न केवल शासन की योजनाओं की झलक पेश करेगा, बल्कि कबीरधाम जिले के सांस्कृतिक और सामाजिक समृद्धि के प्रतीक आयोजन के रूप में भी यादगार रहेगा।