शिवा आईटीआई के दीक्षांत समारोह में बोले विधायक डॉ. संपत अग्रवाल — “डिग्री नहीं, कौशल है असली सफलता की कुंजी”
पिथौरा में शिवा आईटीआई के दीक्षांत समारोह में विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने विद्यार्थियों को कौशल, नवाचार और आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। सफल विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, पिथौरा। बसना विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने कहा कि “सफलता केवल डिग्री से नहीं, बल्कि कौशल से मिलती है।” वे पिथौरा के उजाला पैलेस में आयोजित शिवा प्राइवेट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (Shiva Pvt. ITI) के 6वें कोपा (COPA) दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। समारोह में विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया और कौशल विकास की दिशा में प्रेरणादायक संदेश दिया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजा-अर्चना और दीप प्रज्वलन से हुई। संस्थान के प्राचार्य और संकाय सदस्यों ने विधायक डॉ. संपत अग्रवाल का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
अपने प्रेरक उद्बोधन में डॉ. अग्रवाल ने कहा — “आज का दिन विद्यार्थियों के जीवन का स्वर्णिम पड़ाव है। आपने मेहनत और लगन से तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त किया है। असली उपलब्धि यह है कि आप इस ज्ञान का उपयोग समाज और राष्ट्र निर्माण में करें।” उन्होंने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का है और तकनीकी कौशल से ही आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त होता है।
विधायक डॉ. अग्रवाल ने ‘स्किल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी योजनाओं को युवाओं के लिए अवसरों का द्वार बताया। उन्होंने कहा, “तकनीकी शिक्षा केवल रोजगार नहीं देती, बल्कि नवाचार (Innovation) और आत्मनिर्भरता का भाव जगाती है।”
उन्होंने विद्यार्थियों से असफलताओं से न डरने और उन्हें जीवन का सबक मानकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। साथ ही कहा कि “हर विद्यार्थी अब शिवा आईटीआई का ब्रांड एंबेसडर है, और आपका कार्यक्षेत्र ही आपकी नई प्रयोगशाला है।”
विधायक ने समारोह में सफल विद्यार्थियों को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान विद्यार्थियों के चेहरों पर गर्व और उत्साह का भाव साफ झलक रहा था।
समारोह में जनपद अध्यक्ष उषा पुरुषोत्तम घृतलहरे, जनपद उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद पटेल, जिला पंचायत सदस्य रामदुलारी सिंहा, श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष स्वप्निल तिवारी, भाजपा नेता सीताराम सिंहा, सरपंच कमली बसंत, और डायरेक्टर एल.के. शर्मा सहित बड़ी संख्या में अतिथि, स्टाफ और अभिभावक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा और उत्साह का प्रतीक बन गया। डॉ. अग्रवाल ने भविष्य में संस्थान को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन देते हुए कहा कि “यह दीक्षांत नहीं, एक नई शुरुआत है — आत्मनिर्भर भारत की ओर।”