अभाविप ने महाविद्यालय कार्यकारिणी का गठन, प्रशंस वर्मा व मधु निर्मलकर बने अध्यक्ष

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने कवर्धा के महाविद्यालयों में नई कार्यकारिणी का गठन किया, प्रशंस वर्मा व मधु निर्मलकर को अध्यक्ष, अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति भी की गई।

Oct 11, 2025 - 13:19
 0  9
अभाविप ने महाविद्यालय कार्यकारिणी का गठन, प्रशंस वर्मा व मधु निर्मलकर बने अध्यक्ष

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के जिला कबीरधाम इकाई द्वारा महाविद्यालयों में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस अवसर पर जिला संयोजक गजाधर वर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने छात्रों को संगठन के महत्व और उद्देश्य के बारे में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद केवल एक छात्र संगठन नहीं है बल्कि यह विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जो विद्यार्थियों के हित में निरंतर कार्य करता है।

गजाधर वर्मा ने बताया कि संगठन में शक्ति तब ही दिखाई देती है जब सभी सदस्य एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने कार्यकारिणी के सदस्यों को यह संदेश दिया कि उनका उद्देश्य “राष्ट्र प्रथम” होना चाहिए और संगठन के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों के हित और राष्ट्र निर्माण के कार्यों में योगदान देना चाहिए।

चुनाव अधिकारी के रूप में उपस्थित कवर्धा नगर मंत्री परमेश्वर साहू ने महाविद्यालय इकाई की घोषणा की। इसमें महाविद्यालय अध्यक्ष के रूप में प्रशंस वर्मा और गर्ल्स कालेज अध्यक्ष के रूप में मधु निर्मलकर का चयन किया गया। पीजी कॉलेज के उपाध्यक्ष नंदराम निषाद और राज मरकाम, महाविद्यालय मंत्री के रूप में विक्की साहू, अरूण यादव, पारस चंद्राकर, तथा सदस्य अनुराग साहू, बलराम साहू को नियुक्त किया गया।

गर्ल्स कालेज महाविद्यालय के उपाध्यक्ष सिमरन टंडन और हेमलता साहू, महाविद्यालय मंत्री भूमि निर्मलकर, शीतल कोसले, विजयलक्ष्मी भट्ट, मेहा डहरिया, तथा सदस्य पायल सोनी, पोषिका निर्मलकर बनाए गए।

नवगठित कार्यकारिणी ने संकल्प लिया कि वे अभाविप के आदर्श “विद्यार्थी हित ही राष्ट्रहित” को ध्यान में रखते हुए कॉलेज के विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रचार-प्रसार और राष्ट्र निर्माण के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे।

इस अवसर पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने भी संगठन के महत्व को समझा और कहा कि छात्र संगठन के माध्यम से विद्यार्थियों को केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का एहसास भी दिलाया जाता है। कार्यकारिणी का गठन महाविद्यालय परिसर में संगठन की मजबूती और छात्रों के हितों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।