प्रधानमंत्री आवास और सरकारी योजनाओं से दुवासा बाई का बदला जीवन, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता मिली

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से पंडरिया की दुवास बाई ने सुरक्षित और आत्मनिर्भर जीवन पाया। रोजगार, उज्ज्वला योजना, महतारी वंदन और स्वच्छ भारत मिशन से जीवन स्तर में सुधार हुआ।

Sep 22, 2025 - 20:01
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प्रधानमंत्री आवास और सरकारी योजनाओं से दुवासा बाई का बदला जीवन, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता मिली

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा| पंडरिया ग्राम पंचायत पलानसरी की 57 वर्षीय दुवास बाई अब अपने घर में सुरक्षित और आत्मनिर्भर जीवन जी रही हैं। पति के निधन के बाद अपने पुत्र और पुत्रवधू के साथ जीवन यापन करने वाली दुवास बाई ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके जीवन में पक्का और सुरक्षित आवास संभव होगा। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के सहयोग से उनका सपना साकार हुआ।

आवास निर्माण के साथ ही दुवास बाई ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से 90 दिवस का रोजगार और मजदूरी प्राप्त की। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12,000 रुपए की लागत से शौचालय बनवाया गया और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस चूल्हा मिल गया। इसके अलावा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के तहत घर में निःशुल्क बिजली कनेक्शन प्राप्त हुआ।

दुवास बाई ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा,
"मैं कभी नहीं सोची रही कि पति के न रहने के बाद भी मेरा जीवन इतना सुगम होगा। अब मुझे पक्का मकान, निःशुल्क बिजली, कम दर में राशन और गैस चूल्हा मिला है, जिससे मेरा जीवन समाज में सम्मानपूर्वक चलता है।"

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 42,772 आवासों का लक्ष्य था। अब तक 36,592 आवास स्वीकृत, 35,067 हितग्राहियों को प्रथम किस्त की राशि, 28,765 हितग्राहियों को द्वितीय किस्त, और 17,333 हितग्राहियों को तृतीय किस्त जारी कर दी गई है। 21,399 आवासों का निर्माण पूरा हो चुका है और शेष कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा।

शासन की इन योजनाओं के अभिसरण से ग्रामीण हितग्राहियों को केवल घर ही नहीं मिला, बल्कि रोजगार, स्वास्थ्य, स्वच्छता और ऊर्जा जैसी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध हुईं। दुवास बाई की कहानी ग्रामीण जीवन में सरकारी योजनाओं के सकारात्मक प्रभाव का प्रेरणादायक उदाहरण बन गई है।