रायपुर में ऑपरेशन साइबर शील्ड की बड़ी कार्रवाई: चीन से जुड़ा म्यूल बैंक अकाउंट रैकेट ध्वस्त, 4 आरोपी गिरफ्तार
रायपुर रेंज पुलिस ने "ऑपरेशन साइबर शील्ड" के तहत एक बड़े साइबर अपराध रैकेट का पर्दाफाश किया है। मनी लॉन्ड्रिंग और ऑनलाइन ठगी में उपयोग किए जा रहे म्यूल बैंक अकाउंट्स के मामले में ओडिशा, गुजरात, बिलासपुर और रायपुर के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में 500 से अधिक बैंक खातों में करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है। आरोपियों ने फर्जी मैट्रिमोनियल वेबसाइटों के जरिए देशभर के लोगों से धोखाधड़ी की और उनका पैसा चीनी नागरिकों द्वारा APK एप्लिकेशन से नियंत्रित खातों में ट्रांसफर किया।

UNITED NEWS OF ASIA. हसीब अख्तर, रायपुर। रायपुर रेंज पुलिस ने एक अंतरराज्यीय साइबर अपराध रैकेट का खुलासा करते हुए "ऑपरेशन साइबर शील्ड" के तहत बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में ओडिशा, गुजरात, बिलासपुर और रायपुर से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने फर्जी मैट्रिमोनियल वेबसाइटों के जरिए देशभर के 500 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की।
रेंज पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देश पर साइबर थाना रायपुर द्वारा की गई जांच में पता चला कि इन आरोपियों ने HDFC और साउथ इंडियन बैंक में दर्जनों म्यूल बैंक अकाउंट खोले थे। थाना डी.डी. नगर में अपराध क्रमांक 424/25 और थाना आजाद चौक में अपराध क्रमांक 283/25 दर्ज कर जांच जारी है।
फर्जी वेबसाइटों से ठगी
आरोपियों ने www.erishtaa.com, www.jeevanjodi.com और www.royalrishtey.com जैसी फर्जी मैट्रिमोनियल साइट बनाकर वर-वधू की झूठी प्रोफाइल के माध्यम से लोगों से पैसे ऐंठे। गोल चौक और कटोरा तालाब में स्थित इनके फर्जी कार्यालयों पर छापेमारी कर 50 मोबाइल, 10 डेस्कटॉप कंप्यूटर, सैकड़ों सिम कार्ड और 60 से अधिक बैंक किट जब्त किए गए।
चीन से जुड़ा नेटवर्क
जांच में खुलासा हुआ कि इन म्यूल अकाउंट्स का नियंत्रण चीनी नागरिकों द्वारा APK एप्लिकेशन के माध्यम से किया जा रहा था। आरोपियों को ट्रांजेक्शन के अनुसार कमीशन दिया जाता था। इन खातों का उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य साइबर अपराधों में किया जा रहा था।
गिरफ्तार आरोपी
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गजसिंह सुना (32), बलांगीर, ओडिशा
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भिखु सचदेव (32), द्वारका, गुजरात
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साहिल कौशिक (23), बिलासपुर
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हर्षित शर्मा (18), रायपुर
पुलिस अब इस रैकेट से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है। जांच में कई और नाम सामने आए हैं, जिन पर कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
इस कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि विदेशी साइबर नेटवर्क अब स्थानीय स्तर पर भी मनी लॉन्ड्रिंग और ठगी के लिए म्यूल बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनसे सावधान रहने की जरूरत है।