तागा ग्राम में प्राचीन माँ चंडी दाई मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु भूमिपूजन, सनातन संस्कृति संरक्षण का लिया संकल्प
जांजगीर-चांपा जिले के गौरव ग्राम तागा में प्राचीन माँ चंडी दाई मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का भूमिपूजन किया गया। ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में सनातन संस्कृति के संरक्षण का संकल्प लिया गया। मंदिर का भव्य निर्माण अगले चैत्र नवरात्र तक पूर्ण करने की योजना बनाई गई है।
UNITED NEWS OF ASIA. हितेश पाण्डेय, जांजगीर। जिला मुख्यालय से सटे गौरव ग्राम तागा में आज प्राचीन माँ चंडी दाई मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य का भूमिपूजन समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम में ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से भाग लेकर सनातन संस्कृति के संरक्षण का संकल्प लिया।
इस अवसर पर गांव के सरपंच रामनारायण भैना, तालेश्वर कश्यप, भैरो प्रसाद तिवारी, भवानी तिवारी, भगवान चरण कश्यप, फेंकुराम कश्यप, रामकृष्ण श्रीवास, बलदाऊ श्रीवास, अगहन लाल कश्यप, सरोज यादव, जिला सचिव शिक्षक संघ जांजगीर दिनेश तिवारी एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण समाज प्रशांत तिवारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि यह मंदिर ग्राम तागा की आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है, जहाँ वर्षों से देवी चंडी दाई की पूजा-अर्चना होती आ रही है। अब मंदिर के जीर्णोद्धार के माध्यम से न केवल धार्मिक स्थल का पुनर्निर्माण होगा, बल्कि गांव की सांस्कृतिक पहचान भी और सशक्त बनेगी।
समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि सनातन संस्कृति की जड़ें ग्रामीण भारत की मिट्टी में गहराई से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में मंदिरों का संरक्षण और पुनर्निर्माण समाज में एकता, सद्भाव और भक्ति भावना को और मजबूती प्रदान करता है।
कार्यक्रम में यह निर्णय लिया गया कि माँ चंडी दाई मंदिर का भव्य निर्माण कार्य आगामी चैत्र नवरात्र तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए ग्रामीणों और स्थानीय दानदाताओं से सहयोग का भी आह्वान किया गया।
सरपंच रामनारायण भैना ने कहा कि यह कार्य केवल मंदिर निर्माण का नहीं बल्कि गांव की आस्था और परंपरा के पुनर्जीवन का प्रतीक है। उन्होंने सभी ग्रामीणों से स्वैच्छिक श्रमदान और आर्थिक सहयोग प्रदान करने की अपील की।
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण समाज प्रशांत तिवारी ने कहा कि “मंदिर निर्माण के माध्यम से हम अपनी भावी पीढ़ी को सनातन परंपरा से जोड़े रखने का प्रयास कर रहे हैं।”
इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि आने वाले समय में तागा ग्राम न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र के रूप में भी पहचान बनाएगा।
कार्यक्रम का समापन माँ चंडी दाई के जयकारों और सामूहिक संकल्प के साथ किया गया।
