कौमी एकता का प्रतीक – नवआनंद कला मंदिर नगरी का 74वां नवरात्रि महोत्सव
नगरी में कौमी एकता और भाईचारे की मिसाल नव आनंद कला मंदिर नगरी द्वारा आयोजित 74वां नवरात्रि एवं विजयदशमी महोत्सव भव्य शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और हवन यज्ञ के साथ शुरू। नौ दिनों तक नगर में उमड़ेगा धार्मिक उत्साह।

रिजवान मेमन, नगरी। कौमी एकता और भाईचारे की मिसाल नवआनंद कला मंदिर नगरी द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला नगर स्तरीय नवदुर्गा एवं विजयदशमी महोत्सव इस वर्ष अपने 74वें वर्ष में प्रवेश कर गया है।
भव्य शोभायात्रा से होगा शुभारंभ
समिति महासचिव नरेश छेदैहा ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत माता रानी की भव्य शोभा यात्रा से होगी। नगर पंचायत नगरी से जनप्रतिनिधियों द्वारा पूजा-अर्चना के बाद निकलने वाली इस यात्रा में महिलाएं कलश धारण कर शामिल होंगी। शोभा यात्रा में नई बस्ती सेवा दल और पुरानी बस्ती सेवा दल के भक्तों द्वारा ढोल, मंजीरे और जस गीतों के बीच माता रानी की महिमा का अद्भुत चित्रण किया जाएगा।
नौ दिन तक सांस्कृतिक कार्यक्रम
नवरात्रि में गांधी चौक और राजा बाड़ा में प्रतिमा स्थापना के साथ लगातार 9 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस दौरान किसी भी मोहल्ले में अलग से आयोजन नहीं होता। प्रतिदिन जस गीत, पूजा-अर्चना और ज्योति कक्ष में मनोकामना ज्योति प्रज्वलित की जाएगी।
परंपरागत बिनवा छेना और हवन यज्ञ
माताजी की पूजा-अर्चना में बिनवा छेना (प्राकृतिक गोबर से बनी सामग्री) का विशेष उपयोग किया जाता है, जो पिछले 74 वर्षों से परंपरा का हिस्सा है। नवरात्रि के दौरान गांधी चौक राजा बाड़ा में दोपहर 12 बजे से विशेष हवन यज्ञ का आयोजन होगा। इसमें दुर्गा सप्तशती के 13 अध्याय, बीज मंत्र, नर्वाण मंत्रोपचार और जंगल से संकलित जड़ी-बूटियों की आहुति दी जाएगी।
समिति की तैयारी पूरी
इस आयोजन में श्रीराम नवयुवक परिषद नगरी की 14 रामायण मंडलियां, व्यापारी वर्ग, कर्मचारी वर्ग और पुलिस प्रशासन का विशेष सहयोग रहेगा। समिति अध्यक्ष मोरध्वज पटेल, सचिव दीपेश निषाद, उपाध्यक्ष अशोक पटेल, सहकोषाध्यक्ष मिश्री तातेड़ सहित पूरी टीम आयोजन की तैयारियों में जुटी हुई है।
अनुकरणीय परंपरा
यह महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश भी देता है। इसी कारण नवआनंद कला मंदिर नगरी को पूरे क्षेत्र में आदर्श समिति के रूप में देखा जाता है।