कटगोड़ी पंचायत भ्रष्टाचार मामला: जांच दल की भूमिका पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने प्रशासन पर मिलीभगत का लगाया आरोप

कोरिया जिले के सोनहत जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कटगोड़ी में कथित भ्रष्टाचार मामले की जांच को लेकर ग्रामीणों ने गंभीर आपत्ति जताई है। ग्रामीणों का आरोप है कि जांच दल निष्पक्ष नहीं है और प्रशासन सरपंच-सचिव को बचाने का प्रयास कर रहा है। न्याय न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

Dec 13, 2025 - 11:20
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कटगोड़ी पंचायत भ्रष्टाचार मामला: जांच दल की भूमिका पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने प्रशासन पर मिलीभगत का लगाया आरोप

 UNITED NEWS OF ASIA  प्रदीप पाटकर कोरिया | जिले के सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कटगोड़ी में सामने आए कथित भ्रष्टाचार का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपये के फर्जी आहरण के आरोपों के बीच अब ग्रामीणों ने जांच दल की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यह जांच प्रक्रिया निष्पक्ष न होकर केवल सरपंच और सचिव को बचाने की औपचारिकता बनकर रह गई है।

ग्रामीणों के अनुसार, पंचायत में ऐसे कई कार्यों की राशि निकाली गई है जो धरातल पर कभी अस्तित्व में ही नहीं आए। फर्जी बिल, मस्टर रोल और कागजी कार्यवाही के सहारे सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया। इस पूरे मामले की शिकायत ग्रामीणों ने पूर्व में कलेक्टर कोरिया से जनसुनवाई के दौरान की थी, जिस पर कलेक्टर ने मामले को गंभीर मानते हुए भौतिक सत्यापन कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश जनपद पंचायत सोनहत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिए थे।

हालांकि, जांच शुरू होने के बाद से ही ग्रामीणों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जांच टीम केवल सरपंच-सचिव के प्रभाव में काम कर रही है और शिकायतकर्ताओं को जानबूझकर जांच प्रक्रिया से दूर रखा जा रहा है। न तो उन्हें बयान के लिए बुलाया जा रहा है और न ही जांच की स्थिति की कोई आधिकारिक जानकारी साझा की जा रही है।

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि अधिकारी मौके पर जाकर वास्तविक भौतिक सत्यापन करने के बजाय बंद कमरों में कागजी खानापूर्ति कर रहे हैं। इससे यह संदेह और गहराता जा रहा है कि प्रशासनिक स्तर पर भ्रष्टाचार को दबाने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों ने जनपद पंचायत सोनहत के सीईओ से मुलाकात कर जांच की जानकारी लेने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, जिससे नाराजगी और बढ़ गई।

ग्रामीणों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि निष्पक्ष और पारदर्शी जांच नहीं हुई तथा दोषी सरपंच-सचिव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन और आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। साथ ही, उन्होंने उच्च स्तरीय और स्वतंत्र जांच टीम गठित करने की मांग की है, ताकि पंचायत फंड के उपयोग की सच्चाई सामने आ सके और जनता के पैसे का सही हिसाब मिल सके।

कटगोड़ी पंचायत का यह मामला अब प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही की बड़ी परीक्षा बनता जा रहा है।