उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयासों से कबीरधाम जिले के 60 हजार से अधिक परिवारों का “पक्का घर” का सपना हुआ साकार
कबीरधाम जिले में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और जनमन आवास योजना के तहत 60,184 से अधिक परिवारों को अपना पक्का घर मिला है। महज 18 महीनों में हजारों ग्रामीण परिवारों ने नए घरों में प्रवेश किया है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हुआ है।
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व और निरंतर प्रयासों से हजारों ग्रामीण परिवारों का वर्षों पुराना सपना पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के माध्यम से अब तक 60,184 से अधिक परिवारों को अपने पक्के घर का सुख मिला है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल और उप मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से पिछले 18 महीनों में आवास निर्माण का वृहद अभियान चलाया गया। दिसंबर 2023 में जिले को 59,280 आवासों का लक्ष्य मिला था, जिसमें से अब तक 50,559 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं। इनमें से 24,320 आवासों का निर्माण पूर्ण हो चुका है और 26,239 निर्माणाधीन हैं। प्रत्येक हितग्राही को 1.20 लाख रुपये की लागत से घर बनवाने की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे खाते में दी जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों जैसे खैरबनाकला, राजानवागांव, खारा, मंडलाटोला, केसली और पेंड्रीखुर्द में दर्जनों आवास पूर्ण हो चुके हैं। अब ये परिवार सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा के विशेष आग्रह पर बैगा जनजाति के लिए “प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना” के अंतर्गत भी जिले में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की गई है। अब तक 9625 बैगा परिवारों के लिए आवास स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 3513 घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। प्रत्येक घर पर 2 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है, साथ ही महात्मा गांधी नरेगा से 95 दिनों का अतिरिक्त रोजगार भी मिल रहा है।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बताया कि आवास लाभार्थियों को शासन की अन्य योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, नल-जल योजना, महतारी वंदन योजना और राशन कार्ड से भी जोड़ा गया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बिहान महिला समूहों को “डीलर दीदी” के रूप में जोड़ा गया है, जो कम दर पर बिल्डिंग मटेरियल उपलब्ध करवा रही हैं। इसके साथ ही नरेगा से पशु शेड, कूप और डाबरी निर्माण कर ग्रामीणों को आजीविका संवर्धन के नए साधन मिल रहे हैं।
कबीरधाम जिले में आवास योजनाओं की यह सफलता ग्रामीण विकास, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समरसता का नया अध्याय लिख रही है।
