कबीरधाम में नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन, 31,877 प्रकरणों का निराकरण, 39.16 करोड़ रुपये का निपटारा
कबीरधाम जिले में आयोजित नेशनल लोक अदालत में कुल 31,877 लंबित प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिनसे 39 करोड़ 16 लाख रुपये से अधिक की राशि का निपटारा हुआ। इस दौरान न्यायालयों के साथ-साथ राजस्व, नगर पालिका और अन्य विभागों के मामलों का भी समाधान हुआ।
UNITED NEWS OF ASIA. कबीरधाम | जिले में नेशनल लोक अदालत का भव्य और अत्यंत सफल आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य में तालुका न्यायालय से लेकर उच्च न्यायालय स्तर तक एक साथ आयोजित इस लोक अदालत का शुभारंभ माननीय ती सत्यभामा अजय दुबे, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कबीरधाम द्वारा किया गया। इस अवसर पर न्यायालय परिसर में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और पक्षकारों की सक्रिय उपस्थिति रही।
नेशनल लोक अदालत के लिए जिले में कुल 12 खण्डपीठों का गठन किया गया था, जिनमें 11 खण्डपीठ जिला मुख्यालय कबीरधाम में तथा एक खण्डपीठ व्यवहार न्यायालय पण्डरिया में संचालित हुई। लोक अदालत में राजीनामा योग्य दाण्डिक प्रकरण, चेक बाउंस, सिविल वाद, मोटर दुर्घटना दावा, पारिवारिक विवाद, बैंक ऋण, बिजली बिल, जलकर एवं अन्य प्री-लिटिगेशन प्रकरण शामिल किए गए।
लोक अदालत के दौरान उल्लेखनीय रूप से कुल 31,877 लंबित प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिनसे संबंधित 39,16,94,541 रुपये की राशि का निपटारा हुआ। राजस्व न्यायालय में अकेले 25,187 प्रकरणों का निराकरण करते हुए 32 करोड़ 71 लाख रुपये से अधिक की राशि का समाधान किया गया। जिला न्यायालय में सिविल मामलों, नगर पालिका के जलकर एवं दुकान किराया प्रकरणों, विद्युत मामलों तथा परिवार न्यायालय के वैवाहिक विवादों में भी प्रभावी निराकरण देखने को मिला।
लोक अदालत की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि वर्षों पुराने विवाद आपसी समझौते से समाप्त हुए। एक प्रकरण में तीन वर्ष से चली आ रही पड़ोसी दुश्मनी समाप्त हुई और गांव में पुनः सद्भाव स्थापित हुआ। वहीं परिवार न्यायालय में समझौते के माध्यम से बिखरे परिवार फिर से एक हुए, जिससे बच्चों को माता-पिता का संयुक्त स्नेह मिला। इसके अलावा 25 वर्षों से लंबित एक वृद्ध दंपत्ति का भरण-पोषण विवाद भी आपसी सहमति से समाप्त किया गया।
कार्यक्रम को और यादगार बनाने के लिए जिला न्यायालय परिसर में सेल्फी प्वाइंट और स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए, जहां पक्षकारों ने स्वास्थ्य लाभ लिया और लोक अदालत की सकारात्मक स्मृतियों को संजोया। इस सफल आयोजन में न्यायालयीन कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, पैरालीगल वॉलंटियर्स, जिला प्रशासन, नगर पालिका, पुलिस विभाग और बैंकों का सराहनीय सहयोग रहा।