जन चेतना पार्टी ने रायपुर में नई जमीन दरों और प्रशासनिक ज्यादतियों के खिलाफ आवाज उठाई

जन चेतना पार्टी के संस्थापक जसबीर सिंह चावला, जयंत गायधने और अभिषेक बाफना ने छत्तीसगढ़ में नई जमीन दरों और प्रशासनिक निर्णयों के खिलाफ रायपुर में धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज न सुनना और मनमाने निर्णय लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। पार्टी ने स्काईवॉक, शुल्क बढ़ोतरी और व्यवस्थानिक निर्णयों में जनभागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।

Dec 2, 2025 - 18:48
 0  8
जन चेतना पार्टी ने रायपुर में नई जमीन दरों और प्रशासनिक ज्यादतियों के खिलाफ आवाज उठाई

 UNITED NEWS OF ASIA.अमृतेश्वर सिंह, रायपुर | 03 दिसंबर 2025। पूरे प्रदेश में जमीन की खरीदी-बिक्री के लिए सरकार द्वारा जारी नई दरों और रोक के खिलाफ जन चेतना पार्टी ने राजधानी रायपुर में धरना-प्रदर्शन किया। पार्टी के संस्थापक जसबीर सिंह चावला ने कहा कि जनता की आवाज नहीं सुनना और अराजक माहौल बनाना सरकार की फितरत बन चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।

संस्थापक जयंत गायधने ने कहा कि सरकार के मनमाने निर्णयों और ज्यादतियों के लिए जनता को अब केवल अपना नुकसान सहना, प्रदर्शन करना और लाठियां खानी पड़ रही हैं। उन्होंने प्रशासन से यह अपेक्षा जताई कि जनभागीदारी के बिना ऐसे निर्णय नहीं लिए जाएँ।

संस्थापक अभिषेक बाफना ने कहा कि किसी भी समस्या या विषय से जुड़े संगठन और संघ से चर्चा कर आम राय बनाकर ही शुल्क बढ़ोतरी और व्यवस्थापन जैसे कार्य किए जा सकते हैं। उन्होंने साइंस कॉलेज चौपाटी के उदाहरण के माध्यम से बताया कि बिना आम जन और कामगारों की समस्याओं को समझे कार्य करना तर्कसंगत नहीं है।

जन चेतना पार्टी ने रायपुर में शास्त्री चौक में बन रहे स्काईवॉक के संदर्भ में भी सरकार को चेतावनी दी। पार्टी ने कहा कि:

  1. उपयोगकर्ता संख्या और ऊँचाई को ध्यान में रखते हुए इसकी उपयोगिता तय की जाए।

  2. एस्केलेटर और लिफ्ट का बिना एसी मेंटिनेंस कैसे संभव होगा, इस पर ध्यान दिया जाए।

  3. जनता के पैसे का दुरुपयोग रोकने के लिए ऐसे निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और जनभागीदारी आवश्यक है।

पार्टी ने शासन से पुनः संज्ञान लेने और इन बिंदुओं पर ध्यान देने की मांग की। जयंत गायधने ने कहा, “अब हमन बदलबो छत्तीसगढ़।”