अंतरराष्ट्रीय जुजुत्सु खिलाड़ी रोहिणी कलम ने की आत्महत्या, खेल जगत में शोक की लहर
देवास की अंतरराष्ट्रीय जुजुत्सु खिलाड़ी रोहिणी कलम ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 2015 से पेशेवर रूप से खेल से जुड़ी रोहिणी ने भारत का प्रतिनिधित्व कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में किया था। सुसाइड नोट नहीं मिलने से पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
UNITED NEWS OF ASIA. सायमा नाज़, देवास। मध्यप्रदेश के देवास जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करने वाली जुजुत्सु (जापानी मार्शल आर्ट) खिलाड़ी रोहिणी कलम ने आत्महत्या कर ली। उनका शव अर्जुन नगर, राधागंज स्थित घर की पहली मंजिल पर फांसी के फंदे पर लटका मिला।
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह रोहिणी की छोटी बहन रोशनी कलम ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद देखा। जब उसने झांका तो रोहिणी फंदे पर लटकी दिखाई दीं। तत्काल परिजनों ने दरवाजा तोड़ा और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घटना के समय रोहिणी के माता-पिता दोनों घर से बाहर थे। बताया जा रहा है कि वह आष्टा के एक निजी स्कूल में मार्शल आर्ट कोच के रूप में कार्यरत थीं और शनिवार को ही देवास लौटी थीं। परिवार के अनुसार, सुबह उन्होंने नाश्ता किया और किसी से फोन पर बात करने के बाद कमरे में चली गईं। कुछ देर बाद जब दरवाजा नहीं खोला तो यह हृदयविदारक दृश्य सामने आया।
घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी है।
खेल उपलब्धियाँ:
रोहिणी कलम ने अपने खेल जीवन की शुरुआत वर्ष 2007 में की थी और 2015 से पेशेवर खिलाड़ी के रूप में जुड़ी थीं। उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर किया था।
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19वें एशियाई खेल (हांगझोऊ) में भारत का प्रतिनिधित्व किया
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थाईलैंड ओपन ग्रैंड प्रिक्स 2022 में कांस्य पदक जीता
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8वीं एशियाई जुजुत्सु चैंपियनशिप 2024 (अबू धाबी) में युगल क्लासिक स्पर्धा में कांस्य पदक जीता
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विश्व खेल (बर्मिंघम) के लिए चुनी जाने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी रहीं
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सऊदी अरब में कॉम्बैट गेम्स के लिए भी क्वालीफाई किया था
भारत के लिए कई पदक जीतने वाली इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी की असमय मौत से खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस हर पहलू से जांच में जुटी हुई है, वहीं परिजन और साथी खिलाड़ी इस हादसे से गहरे सदमे में हैं।
