वासना और ईर्ष्या की दृष्टि से नहीं दिखते हनुमान, विचार बदलो तो मिलेंगे दर्शन: पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

रायपुर के अवधपुरी मैदान में चल रही श्रीमंत हनुमंत कथा के दूसरे दिन पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हनुमान जी वासना और ईर्ष्या से भरी आंखों से दिखाई नहीं देते, विचार बदलकर उन्हें अपने हृदय में बसाना होगा। उन्होंने माता-पिता और गुरु के प्रति कृतज्ञता, राष्ट्र सेवा, और भक्ति के महत्व पर जोर दिया। कथा के दौरान उन्होंने कहा कि मनुष्य तन केवल खाने-पीने के लिए नहीं, बल्कि सत्कर्म और राष्ट्र के कल्याण के लिए मिला है। शास्त्री जी ने भरोसा जताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा द्वारा 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने का संकल्प जरूर पूरा होगा। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु कथा श्रवण के लिए उपस्थित रहे और बाल स्वरूप में प्रकट हुए हनुमान जी के जन्मोत्सव का आनंद लिया।

Oct 6, 2025 - 11:13
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वासना और ईर्ष्या की दृष्टि से नहीं दिखते हनुमान, विचार बदलो तो मिलेंगे दर्शन: पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। अवधपुरी मैदान, श्रीनगर रोड, गुढियारी में आयोजित श्रीमंत हनुमंत कथा के दूसरे दिन पूज्य बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हनुमान जी को देखने के लिए आंखें नहीं, विचार बदलने की आवश्यकता है। “वासना और ईर्ष्या से भरी आंखों से हनुमान जी दिखाई नहीं देते, जब विचार बदलते हैं तभी उनके दर्शन होते हैं।”

उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति माता-पिता और गुरु को प्रसन्न कर देता है, उससे बड़ा भाग्यशाली कोई नहीं। परिवार, संस्कार, राष्ट्र और धर्म को साथ लेकर चलना ही सच्चे जीवन का अर्थ है। मनुष्य तन केवल भोजन और निद्रा के लिए नहीं, बल्कि सत्कर्म और राष्ट्र के कल्याण के लिए मिला है।

शास्त्री जी ने कहा कि आज कई यूरोपीय देश संघर्ष और तनाव में हैं, लेकिन भारत जैसे देश में जन्म लेना ही सौभाग्य है। “अपने भाग्य की सराहना करो, अपने देश, परिवार और गुरु के प्रति कृतज्ञ रहो,” उन्होंने कहा।

उन्होंने बताया कि कथा में आने और उसे जीवन में उतारने से ही मनुष्य के भीतर परिवर्तन संभव है। उन्होंने कुलशेखर की कथा का उदाहरण देते हुए कहा कि कथा को पूर्ण एकाग्रता से सुनना और उसे जीवन में उतारना जरूरी है।

नक्सलवाद 2026 तक खत्म होगा
पूज्य शास्त्री ने नक्सलवाद पर भी अपनी बात रखी और कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने इसे 2026 तक समाप्त करने का संकल्प लिया है और यह संकल्प अवश्य पूरा होगा। उन्होंने कहा, “पद प्राप्त करना बड़ी बात नहीं, पद पर बैठकर उसका सदुपयोग करना बड़ी बात है।”

बाल हनुमान के प्रकट होते ही श्रद्धालु झूमे
कथा के दौरान बाल स्वरूप में हनुमान जी के प्रकट होते ही पूरा मैदान भक्ति में झूम उठा। “केसरी के लाल मेरा छोटा सा लाल” जैसे भजनों पर श्रद्धालुओं ने उल्लास व्यक्त किया।

दिव्य दरबार आज
मुख्य यजमान बसंत अग्रवाल ने बताया कि 6 अक्टूबर को दोपहर 12 से 2 बजे तक दिव्य दरबार आयोजित होगा, जहां पूज्य पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान करेंगे।

गृहमंत्री का संबोधन
उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि पूज्य शास्त्री न केवल धार्मिक कथा कहते हैं बल्कि समाज की ज्वलंत समस्याओं पर भी जागरूकता पैदा करते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि नक्सलवाद समय सीमा के भीतर समाप्त होगा।

कथा के समापन पर आरती में गृह मंत्री विजय शर्मा सहित कई गणमान्य नागरिक और समाजसेवी उपस्थित रहे। आयोजक बसंत अग्रवाल और उनकी टीम ने पूरे आयोजन को भव्य और सफल बनाया।