गुजरात से चला नशे का जाल, गंडई में टूटी डोर — केसीजी पुलिस ने छह तस्करों को किया गिरफ्तार
केसीजी पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए गुजरात से गंडई तक फैले नशे के नेटवर्क का खुलासा किया है। पुलिस ने छह आरोपियों और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर 3,184 ट्रामाडोल कैप्सूल, दो मोटरसाइकिल और चार मोबाइल जब्त किए हैं। यह गिरोह लंबे समय से राज्य में नशीली दवाओं की अवैध आपूर्ति कर रहा था।
UNITED NEWS OF ASIA. मनोहर सेन, खैरागढ़ | केसीजी पुलिस ने मादक पदार्थों की रोकथाम अधिनियम (एनडीपीएस एक्ट) के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए गुजरात से गंडई तक फैले नशे के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने छह आरोपियों और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर नशीली दवाओं का बड़ा जखीरा जब्त किया है।
पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि थाना गंडई क्षेत्र में कुछ युवक अवैध नशीली कैप्सूल बेचकर नवयुवकों को नशे की लत में धकेल रहे हैं। सूचना के आधार पर सात नवंबर की रात ग्राम ठंढार मार्ग पर पुलिस ने घेराबंदी की और कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान गुजरात के भरूच जिले के दहेज क्षेत्र से लौट रहे आरोपी मोहित सतनामी, दिलेश्वर धृतलहरे उर्फ खिनवा, राहुल गायकवाड़ उर्फ चोंटी, शहबाज खान उर्फ पप्पू, शैलेश टंडन उर्फ सिल्ली, उत्तम रात्रे और एक नाबालिग को पकड़ लिया गया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से स्पास एंड ट्रांसकेन प्लस (ट्रामाडोल) नामक प्रतिबंधित नशीली कैप्सूल की 398 पट्टियाँ यानी कुल 3,184 कैप्सूल, दो मोटर साइकिल, चार मोबाइल फोन और कुल 1,66,679 रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से गुजरात से ट्रामाडोल कैप्सूल लाकर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में अवैध रूप से बिक्री कर रहे थे। पुलिस के अनुसार यह गिरोह नशे की एक बड़ी आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा है, जिसके अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है।
एसपी ने कहा कि यह कार्रवाई युवाओं को नशे के चंगुल से मुक्त कराने की दिशा में एक सख्त कदम है। उन्होंने कार्रवाई में शामिल पुलिस दल की सराहना करते हुए कहा कि जिले में नशा तस्करी के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
पुलिस अब आरोपियों को मादक पदार्थ अधिनियम की गंभीर धाराओं के तहत न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की तैयारी कर रही है। यह कार्रवाई क्षेत्र में नशा नियंत्रण के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और आने वाले समय में ऐसी सख्त कार्रवाईयों से नशे के नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
