iPhone 16 Pro खरीदने के चक्कर में यूजर को लगी 5000 की चपत, Flipkart Big Billion Days Sale में हुआ बड़ा स्कैम

Flipkart Big Billion Days Sale में iPhone 16 Pro खरीदने के लिए एक ग्राहक ने 5000 रुपये का प्री-रिजर्व पास खरीदा, लेकिन ऑर्डर करने के बावजूद उसे फोन नहीं मिला। ग्राहक ने कुल 65278 रुपये भुगतान किया था और 26 सितंबर तक डिलीवरी की उम्मीद थी, लेकिन पैकेज आखिरी डिलीवरी सेंटर से गायब हो गया। लगातार शिकायतों के बावजूद फ्लिपकार्ट ने ऑर्डर रद्द कर केवल फोन की रकम रिफंड की, जबकि प्री-रिजर्व पास का पैसा वापस नहीं किया। इस तरह की कई शिकायतें सामने आने के बाद उपभोक्ताओं में आक्रोश है और फ्लिपकार्ट पर भरोसा कम होता दिख रहा है।

Oct 6, 2025 - 17:22
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iPhone 16 Pro खरीदने के चक्कर में यूजर को लगी 5000 की चपत, Flipkart Big Billion Days Sale में हुआ बड़ा स्कैम

UNITED NEWS OF ASIA.। ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट की बहुप्रतीक्षित Big Billion Days Sale इस बार विवादों में घिर गई है। खासकर iPhone 16 Pro को लेकर कई ग्राहकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। ताजा मामला उस ग्राहक का है जिसने फोन पाने की गारंटी के तौर पर 5000 रुपये का प्री-रिजर्व पास खरीदा, लेकिन उसे न तो फोन मिला और न ही प्री-रिजर्व पास की रकम वापस की गई।

ग्राहक के अनुसार, उसने 22 सितंबर को iPhone 16 Pro के लिए 65278 रुपये का ऑर्डर दिया था। ऑर्डर करते समय 26 सितंबर तक डिलीवरी की तारीख दी गई थी। पैकेज को आखिरी डिलीवरी सेंटर तक ट्रैक किया जा सका, लेकिन उसके बाद वह गायब हो गया। इसके बाद 26 सितंबर से 3 अक्टूबर तक फ्लिपकार्ट कस्टमर सपोर्ट हर बार 24 से 48 घंटे में समाधान का आश्वासन देता रहा।

X (पूर्व में ट्विटर) पर मामला उठाने के बाद फ्लिपकार्ट ने फोन कर 24 घंटे में समाधान का दावा किया, लेकिन इसके बजाय ऑर्डर रद्द कर दिया गया। कंपनी ने 65,000 रुपये का रिफंड तो शुरू कर दिया, लेकिन प्री-रिजर्व पास के 5000 रुपये अब तक वापस नहीं किए गए।

ग्राहक का कहना है कि उसे रिफंड नहीं चाहिए, बल्कि वही प्रोडक्ट चाहिए जो उसने बुक किया और भुगतान किया था। अगर कंपनी ने पैकेज खो दिया या उसे दोबारा बेच दिया, तो उसकी जिम्मेदारी ग्राहक की नहीं है।

इस घटना के बाद कई अन्य ग्राहकों ने भी X पर शिकायत की है कि फ्लिपकार्ट ने उनसे विभिन्न फीस के नाम पर अतिरिक्त रकम वसूली है, लेकिन समय पर डिलीवरी नहीं दी।

इस तरह के मामलों के बाद उपभोक्ताओं का भरोसा फ्लिपकार्ट पर डगमगाता दिख रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियों को प्री-रिजर्व जैसी योजनाओं में पारदर्शिता बरतनी चाहिए, ताकि ग्राहकों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके और उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा हो सके।