एलन मस्क बोले – “मुझे QR कोड से नफरत है”, यूजर्स ने सुझाए वॉइस मेन्यू जैसे स्मार्ट विकल्प
एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें QR कोड बिल्कुल पसंद नहीं हैं, खासकर वे जो रेस्टोरेंट में डिजिटल मेन्यू के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं। इसके बाद यूजर्स ने QR कोड के कई विकल्प सुझाए, जिनमें वॉइस कमांड से ऑर्डर करने वाला 'ग्रोक वॉइस मेन्यू' भी शामिल है। कुछ यूजर्स ने कहा कि QR कोड से रेस्टोरेंट्स को मेन्यू बार-बार प्रिंट नहीं करना पड़ता, जबकि कई लोगों ने इसे अनाकर्षक और असुविधाजनक बताया।

UNITED NEWS OF ASIA. | टेक दुनिया के सबसे चर्चित अरबपति एलन मस्क ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। इस बार निशाने पर हैं QR कोड। मस्क ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, “मुझे QR से नफरत है, यह बिल्कुल भी पसंद नहीं है।” उनका इशारा खासतौर पर उन QR कोड्स की ओर था जो रेस्टोरेंट्स में डिजिटल मेन्यू के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
रेस्टोरेंट्स में QR कोड का चलन हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। यह उन्हें बार-बार मेन्यू प्रिंट करने की झंझट से बचाता है और ग्राहकों को अपने फोन से मेन्यू देखने और ऑर्डर करने की सुविधा देता है।
यूजर्स ने दिए दिलचस्प सुझाव
मस्क की इस टिप्पणी के बाद एक्स पर यूजर्स ने भी अपनी राय रखी और QR कोड के कई नए विकल्प सुझाए। एक यूजर ने वॉइस कमांड आधारित मेन्यू सिस्टम बनाने की सलाह दी, जिसे “ग्रोक वॉइस मेन्यू” नाम दिया जा सकता है। इस सिस्टम में ग्राहक सिर्फ बोलकर ऑर्डर कर सकेंगे।
एक अन्य यूजर ने सुझाव दिया कि QR कोड को आकर्षक बनाने के लिए उन्हें स्माइली या सुंदर डिजाइन में छिपाया जा सकता है, जिससे वे आंखों को न खलें।
लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
मस्क के बयान पर एक्स पर प्रतिक्रियाएं बंटी हुई दिखीं। कुछ लोगों ने QR कोड को आसान और सस्ता विकल्प बताया, जिससे रेस्टोरेंट्स बिना अतिरिक्त लागत के अपना मेन्यू अपडेट कर सकते हैं। वहीं, कुछ ने मस्क से सहमति जताते हुए कहा कि QR कोड देखने में खराब लगते हैं और हर जगह इनका इस्तेमाल जरूरी नहीं है।
एक यूजर ने लिखा, “वेबसाइट पर QR कोड दिखना अजीब है। जब मैं उसी फोन से वेबसाइट देख रहा हूं, तो उसे स्कैन कैसे करूं?”
टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि मस्क का बयान QR कोड से जुड़ी पारंपरिक सोच को चुनौती देता है और भविष्य में अधिक सहज, आकर्षक और स्मार्ट यूजर इंटरफेस विकसित होने की दिशा में नई बहस को जन्म दे सकता है।