कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बोरगांव का किया निरीक्षण

कोंडागांव जिले के फरसगांव विकासखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बोरगांव का कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने निरीक्षण किया। उन्होंने शैक्षणिक गतिविधियों, छात्राओं की सुविधाओं और व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए मरम्मत कार्य व डाइनिंग रूम के लिए फर्नीचर क्रय प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

Dec 17, 2025 - 18:59
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कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बोरगांव का किया निरीक्षण

 UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोंडागांव | जिले में शैक्षणिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से कलेक्टर  नूपुर राशि पन्ना ने आज फरसगांव विकासखंड अंतर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बोरगांव का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय में संचालित शैक्षणिक गतिविधियों, छात्रावास की व्यवस्थाओं तथा छात्राओं को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का गहन जायजा लिया।

कलेक्टर ने छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विद्यालय भवन के आवश्यक मरम्मत कार्यों के साथ-साथ डाइनिंग रूम के लिए फर्नीचर क्रय किए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश डीएमसी को दिए। उन्होंने कहा कि आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को सुरक्षित, स्वच्छ और अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कक्षा में जाकर छात्राओं से सीधे संवाद किया। उन्होंने पढ़ाई की स्थिति, भोजन की गुणवत्ता, पेयजल व्यवस्था तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। छात्राओं से संवाद करते हुए उन्होंने उन्हें नियमित अध्ययन, स्वच्छता और अनुशासन के महत्व के बारे में भी प्रेरित किया।

कलेक्टर पन्ना ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में रफ कॉपी के उपयोग को समाप्त किया जाए, ताकि छात्राओं में व्यवस्थित लेखन और अध्ययन की आदत विकसित हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के साथ-साथ छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए।

इस अवसर पर जिला मिशन समन्वयक (डीएमसी) ईमल बघेल, जनपद पंचायत सीईओ रूपेश नेताम, तहसीलदार जय नाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने कलेक्टर को विद्यालय की वर्तमान स्थिति और आवश्यकताओं की जानकारी दी।

कलेक्टर के इस निरीक्षण से विद्यालय प्रबंधन और छात्राओं में उत्साह देखने को मिला। प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद विद्यालय की आधारभूत सुविधाओं और शैक्षणिक वातावरण में और अधिक सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।