कलेक्टर गोपाल वर्मा ने खूंटू नर्सरी का किया निरीक्षण, दी सुदृढ़ और आधुनिक बनाने के निर्देश

कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा ने ग्राम खूंटू स्थित 8 एकड़ क्षेत्र में फैली नर्सरी का निरीक्षण किया। उन्होंने नर्सरी को अधिक सुदृढ़, आधुनिक और वैज्ञानिक ढंग से विकसित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मिस चैंबर को चालू करने व जल निकासी की स्थायी व्यवस्था बनाने के भी निर्देश दिए।

Nov 13, 2025 - 18:38
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कलेक्टर गोपाल वर्मा ने खूंटू नर्सरी का किया निरीक्षण, दी सुदृढ़ और आधुनिक बनाने के निर्देश

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | कलेक्टर गोपाल वर्मा ने आज कवर्धा के समीप ग्राम खूंटू में स्थित लगभग 8 एकड़ में फैली नर्सरी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नर्सरी के संचालन, पौध उत्पादन और संरचना का गहन अवलोकन करते हुए उपलब्ध संसाधनों का जायजा लिया तथा नर्सरी को और अधिक सुदृढ़, आधुनिक एवं व्यवस्थित ढंग से विकसित करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि नर्सरी में उच्च गुणवत्ता वाले पौधों का उत्पादन सुनिश्चित किया जाए ताकि जिले के किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यह नर्सरी जिले के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन केंद्र के रूप में विकसित की जा सकती है। उन्होंने निर्देश दिए कि फलदार, छायादार, औषधीय तथा सजावटी पौधों का उत्पादन वैज्ञानिक पद्धति से किया जाए।

कलेक्टर ने अधिकारियों को कहा कि आम, अमरूद जैसे फलदार पौधों के साथ-साथ सब्जी और फूलों की प्रजातियों के उत्पादन के लिए भी विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने मिस चैंबर का निरीक्षण करते हुए इसे शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए और कहा कि इसके संचालन हेतु आवश्यक स्टीमेट शीघ्र प्रस्तुत करें।

अधिकारियों ने बताया कि मिस चैंबर में बीज अंकुरण और विकास की प्रक्रिया होती है, जिसके बाद पौधों को हार्ड चैंबर में रखकर 15 दिन तक तैयार किया जाता है और फिर खुले क्षेत्र में रोपण के लिए रखा जाता है।

कलेक्टर श्री वर्मा ने फल, सब्जी और फूलों के उत्पादन के लिए अलग-अलग सेक्शन तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम, अमरूद, नींबू, कटहल जैसे फलदार पौधों के साथ टमाटर, भिंडी, बैंगन, मिर्च जैसी सब्जियों और फूलों की प्रजातियों के पौधों का भी उत्पादन किया जाए। इसके लिए एक समग्र विकास प्रपोजल और कार्ययोजना तैयार करने को कहा।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने खाद और सिंचाई व्यवस्था की जानकारी ली और निर्देश दिया कि पौधों की वृद्धि के लिए पर्याप्त जैविक खाद और सिंचाई हर समय सुनिश्चित की जाए।

अधिकारियों ने अवगत कराया कि बरसात के दिनों में

ग्राम खूंटू का ओवरफ्लो पानी नर्सरी क्षेत्र से गुजरता है जिससे पौधों को नुकसान की संभावना रहती है। इस पर कलेक्टर ने जल निकासी की स्थायी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए ताकि नर्सरी को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचे।