शासन-प्रशासन और नेताओं की असंवेदनशीलता का खामियाजा जनता जान देकर चुका रही: चोवाराम साहू
कृषि उपज मंडी के पूर्व उपाध्यक्ष चोवाराम साहू ने शासन-प्रशासन और स्थानीय नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी असंवेदनशीलता और लापरवाही के कारण लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ रही है। सहसपुर लोहारा में करंट हादसे और चिल्फी में भीषण सड़क दुर्घटना के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि न तो जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई हुई और न ही पीड़ितों को उचित सहायता मिली। साहू ने कवर्धा नगर पालिका में वाहन खरीदी में हुए कथित भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। शासन-प्रशासन और स्थानीय नेताओं की लापरवाही और असंवेदनशीलता के कारण आम जनता को अपनी जान तक गंवानी पड़ रही है। यह आरोप कृषि उपज मंडी के पूर्व उपाध्यक्ष चोवाराम साहू ने एक जारी बयान में लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार और जिम्मेदार अधिकारी जनता को मूलभूत सुविधाएँ और सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुए हैं, जबकि दूसरी तरफ वे भ्रष्टाचार में लिप्त दिखाई दे रहे हैं।
चोवाराम साहू ने सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम आमगांव में हुई हालिया घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि खेत में गिरे 11 केवी करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई, लेकिन आज तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है, पूर्व में भी ऐसी लापरवाहियों के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि 5 अक्टूबर को चिल्फी थाना क्षेत्र के ग्राम अकलघरिया में हुए सड़क हादसे में मृतकों के शवों को फ्रीजर तक उपलब्ध नहीं कराया गया, जिससे पीड़ित परिवारों को शवों का अंतिम संस्कार कवर्धा में ही करना पड़ा। साहू ने कहा कि यह सरकारी अव्यवस्था प्रदेश को पूरे देश में शर्मसार कर रही है।
चोवाराम साहू ने उप मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर किए जा रहे दावों पर भी सवाल उठाए और कहा कि घटनाएँ जमीनी सच्चाई को उजागर करती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधि जनता की सेवा के बजाय भ्रष्टाचार में रुचि ले रहे हैं। हाल ही में आरटीआई से खुलासा हुआ है कि कवर्धा नगर पालिका में वाहन खरीदी के नाम पर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया।
उन्होंने इन मामलों में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए ताकि जनता का विश्वास शासन और प्रशासन पर कायम रह सके।