अधिवक्ता ने शादी का झूठा वादा कर महिला से किया शारीरिक शोषण, 12 घंटे में सरकंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया
बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र में महिला ने अधिवक्ता पवन अवस्थी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि शादी का झूठा वादा कर उसे शारीरिक रूप से शोषित किया गया। विरोध करने पर आरोपी ने गाली-गलौच और मारपीट की, मोबाइल भी तोड़ा। पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
UNITED NEWS OF ASIA. विष्णु, बिलासपुर | सरकंडा थाना क्षेत्र में महिला के खिलाफ शारीरिक शोषण के गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी अधिवक्ता पवन अवस्थी (45) को गिरफ्तार किया। शिकायत दर्ज होने के महज 12 घंटों के भीतर आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया।
प्रार्थीया ने दिनांक 02 नवंबर 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका पति के साथ न्यायालय में विवाद चल रहा था। कोर्ट आने-जाने के दौरान उसकी जान पहचान अधिवक्ता पवन अवस्थी से हुई। आरोपी ने शादी का झूठा वादा कर महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाए। जब पीड़िता ने शादी की मांग की, तो आरोपी ने गाली-गलौच किया, हाथ-पैर से मारपीट की और महिला का मोबाइल भी तोड़ दिया।
इस गंभीर मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह (भा.पु.से.) ने तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए। इस पर अति0 पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल और नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन/सरकंडा निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सरकंडा निरीक्षक प्रदीप आर्या के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
टीम ने रिपोर्ट के 12 घंटे के भीतर आरोपी पवन अवस्थी को विधिवत् गिरफ्तार किया। इसके बाद उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 69, 296, 115(2), 351(2), 324(4) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
थाना पुलिस ने कहा कि महिला के बयान और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की गई। पुलिस ने मामले में त्वरित गिरफ्तारी कर यह संदेश दिया कि महिला से संबंधित अपराधों में कोई भी आरोपी सुरक्षित नहीं रहेगा और दोषियों को शीघ्र न्याय दिलाया जाएगा।
सरकंडा पुलिस ने इस कार्रवाई में अपना अभियान "महिला सुरक्षा, प्राथमिकता" को सशक्त रूप दिया। अधिकारियों ने बताया कि महिला पीड़ितों को हर प्रकार का सहयोग प्रदान किया जाएगा। इस मामले में महिला को मानसिक और कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की और कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार के अपराध को अनदेखा नहीं किया जाएगा। पुलिस ने लोगों से अपील की कि किसी भी आपराधिक घटना की सूचना तुरंत थाने में दें, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।
इस गिरफ्तारी ने यह संदेश भी दिया कि कानूनी पेशेवर भी कानून के तहत सुरक्षित नहीं हैं, यदि वे कानून और नैतिकता का उल्लंघन करते हैं। पीड़िता की शिकायत और पुलिस की तत्पर कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को उजागर किया है।
