बेमेतरा में भूगर्भ जल संरक्षण पर नगरपालिका अभियंताओं को मिला तकनीकी प्रशिक्षण
बेमेतरा नगर पालिका परिषद में भूगर्भ जल संरक्षण और संवर्धन के लिए नगरपालिका अभियंताओं को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। NIUA और NABCONS के विशेषज्ञों ने अभियंताओं को जल स्तर प्रबंधन और वैज्ञानिक तरीकों के बारे में जानकारी दी। अध्यक्ष विजय सिन्हा ने जल संरक्षण को शहर विकास की प्राथमिकता बनाने और हर बूंद पानी बचाने का संदेश दिया।

UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। नगर पालिका परिषद में शनिवार को भूगर्भ जल संरक्षण और संवर्धन को लेकर नगर पालिका के अभियंताओं के लिए विशेष तकनीकी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर अर्बन अफेयर्स (NIUA) ने नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेज (NABCONS) को बेमेतरा शहर में भूगर्भ जल स्तर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए क्लस्टर पार्टनर नियुक्त किया है।
प्रशिक्षण सत्र में NABCONS के विशेषज्ञ राणा चटर्जी और गंगदास सैनी ने अभियंताओं को वैज्ञानिक तरीके से जल संरक्षण, जल स्तर प्रबंधन और संवर्धन के कार्यों की जानकारी दी। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि शहर में भूगर्भ जल का स्तर तेजी से नीचे जा रहा है, इसलिए इसका संरक्षण और संवर्धन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से करना अत्यंत आवश्यक है।
अध्यक्ष सिन्हा ने अभियंताओं और नागरिकों को पानी बचाने की दिशा में जागरूक किया और कहा कि जल संरक्षण को लोक व्यवहार का हिस्सा बनाना होगा। उन्होंने बताया कि तालाब और प्राकृतिक जल स्रोत अब धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं और नदियों में नालियों का पानी गिर रहा है। इसलिए नागरिकों से अपील की कि वे जलाशयों में गंदगी, कचरा या प्लास्टिक न डालें।
इस अवसर पर नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी नरेश वर्मा, पार्षद पंचू साहू, गौरव साहू, विकास तम्बेली, नीतू कोठारी, आकीब मलकानी, राजकुमार खांडे, निखिल साहू, लक्की साहू, तथा एसडीओ पीएचई विभाग उपस्थित रहे।
अध्यक्ष विजय सिन्हा ने समापन संदेश में कहा, "पानी की हर बूंद बचाना राष्ट्र निर्माण में योगदान देने जैसा है। हमें नगर विकास में जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी और इसे नागरिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा।"