बालाघाट में नक्सलियों से अब तक की सबसे बड़ी कैश रिकवरी, 11.57 लाख रुपये बरामद

बालाघाट जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। आत्मसमर्पित नक्सलियों की निशानदेही पर जंगलों में छिपाकर रखा गया 11 लाख 57 हजार रुपये नकद, हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी कैश रिकवरी मानी जा रही है।

Dec 16, 2025 - 16:02
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बालाघाट में नक्सलियों से अब तक की सबसे बड़ी कैश रिकवरी, 11.57 लाख रुपये बरामद

 UNITED NEWS OF ASIA. सायमा नाज, बालाघाट | बालाघाट जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों को अब तक की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है। आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों की निशानदेही पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने जंगलों में छिपाकर रखे गए नक्सलियों के कैश डंप का खुलासा करते हुए 11 लाख 57 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। यह राशि नक्सली संगठन द्वारा लंबे समय से सुरक्षित स्थान पर छिपाकर रखी गई थी, जिसे संगठन की गतिविधियों के संचालन में उपयोग किया जाना था।

सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, हाल ही में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से पूछताछ के दौरान इस कैश डंप की अहम जानकारी मिली थी। इसके बाद विशेष टीम गठित कर सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया। दुर्गम और घने जंगलों में की गई इस कार्रवाई के दौरान जमीन में दबाकर और सुरक्षित कंटेनरों में छिपाकर रखी गई नकदी बरामद की गई। अधिकारियों का कहना है कि यह बालाघाट जिले में नक्सलियों से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी कैश रिकवरी है।

नकदी के साथ-साथ सुरक्षाबलों ने बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की है। बरामद सामग्री में रायफल, पिस्टल, एम्युनेशन, ग्रेनेड लॉन्चर और अन्य घातक विस्फोटक शामिल हैं। यह हथियार नक्सली घटनाओं को अंजाम देने और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से एकत्र किए गए थे। समय रहते इनकी बरामदगी से एक बड़ी नक्सली साजिश को नाकाम कर दिया गया है।

अधिकारियों के मुताबिक, यह सफलता आत्मसमर्पण नीति की प्रभावशीलता को भी दर्शाती है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से मिली सूचनाएं न केवल संगठन की अंदरूनी संरचना को उजागर कर रही हैं, बल्कि उनके आर्थिक नेटवर्क और हथियारों के ठिकानों तक पहुंचने में भी मदद कर रही हैं। इससे नक्सलियों की कमर तोड़ने में सुरक्षाबलों को बड़ी बढ़त मिली है।

पुलिस प्रशासन ने इस कार्रवाई को नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया है। अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे। साथ ही स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

इस बड़ी बरामदगी के बाद बालाघाट और आसपास के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत कर दी गई है, ताकि भविष्य में नक्सली किसी भी तरह की वारदात को अंजाम न दे सकें।