बचेली के बंगाली कैंप में शारदीय नवरात्र पर भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन, पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ श्रद्धा का उत्सव
दंतेवाड़ा जिले के बचेली स्थित बंगाली कैंप वार्ड क्रमांक 15 में शारदीय नवरात्र के अवसर पर भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। 28 सितंबर से शुरू हुआ यह आयोजन पांच दिनों तक चलेगा, जिसमें पारंपरिक बंगाली रीति-रिवाजों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, धुनुची नृत्य और विशाल भंडारे का आयोजन होगा। पूजा समिति ने बताया कि प्रतिमा विसर्जन विजयादशमी के दिन गाजे-बाजे के साथ किया जाएगा।

UNITED NEWS OF ASIA. नवीन चौधरी, बचेली /दंतेवाड़ा | शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर दंतेवाड़ा जिले के बचेली स्थित वार्ड क्रमांक 15 के बंगाली कैंप में भव्य दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। 28 सितंबर से प्रारंभ हुआ यह आयोजन पूरे पांच दिनों तक चलेगा, जिसमें मां दुर्गा की भव्य आराधना, पारंपरिक विधियों के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाएगा।
इस वर्ष पूजा पंडाल को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। किरंदुल से लाई गई 11 फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ महिषासुर, गणेश, कार्तिक, लक्ष्मी और सरस्वती जी की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं। पूजा संपन्न कराने के लिए ब्राह्मण उड़ीसा के मलखान गिरी से बुलाए गए हैं, जबकि पारंपरिक ढाक वादन के लिए पाखनजोड़ से ढाकी आमंत्रित किए गए हैं।
पूजा समिति के अध्यक्ष दिनेश गाइन ने बताया कि छठे नवरात्र पर दुर्गा पूजा का शुभारंभ होगा। सप्तमी पर गणेश जी की पत्नी की पूजा की जाएगी। अष्टमी पर 108 कमल और 108 दीपक जलाकर संध्या में विशेष पूजा के साथ धुनुची नृत्य का आयोजन होगा। नवमी के दिन हवन किया जाएगा और विजयादशमी पर सिंदूर खेला के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन गाजे-बाजे के साथ किया जाएगा।
सप्तमी, अष्टमी और नवमी के अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन होगा। पूजा समिति ने बताया कि पंडालों में पारंपरिक बंगाली रीति-रिवाजों का विशेष ध्यान रखा गया है। धुनुची नृत्य प्रतियोगिता, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और अन्य पारंपरिक कार्यक्रम भी इस आयोजन को और अधिक भव्य बना रहे हैं।
बंगाली कैंप में हर वर्ष की तरह इस बार भी शारदीय नवरात्र का यह पर्व आस्था, संस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक बनकर श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।