कांग्रेस विधायक के महिला अफसर पर आपत्तिजनक बयान से मचा बवाल — ‘गर्भवती हैं तो क्या... शर्म आनी चाहिए’, कर्नाटक में बढ़ा सियासी तापमान
कांग्रेस विधायक शिवगंगा बसवराज ने गर्भवती महिला अफसर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने सिद्दारमैया सरकार पर हमला बोला, विवाद ने राजनीतिक रंग पकड़ा।

UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक शिवगंगा बसवराज अपने एक विवादित बयान को लेकर राजनीतिक तूफान में घिर गए हैं। चन्नागिरी से विधायक बसवराज ने एक गर्भवती महिला वन अधिकारी पर टिप्पणी करते हुए कहा — “अगर वह गर्भवती हैं तो छुट्टी ले लें, काम भी करना है और पैसे भी लेने हैं, क्या शर्म नहीं आती?”
यह बयान उस समय दिया गया जब विधायक कर्नाटक डेवलपमेंट प्रोग्राम (KDP) की त्रैमासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में वन विभाग की अधिकारी श्वेता अनुपस्थित थीं, जिनके बारे में बताया गया कि वे गर्भवती हैं। इस पर विधायक भड़क गए और सार्वजनिक तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी।
बसवराज ने आगे कहा, “मातृत्व अवकाश होता है न? आखिरी दिन तक वेतन और भत्ता चाहिए, लेकिन जब बुलाओ तो डॉक्टर का बहाना। गर्भावस्था कोई बहाना नहीं, शर्म आनी चाहिए।”
उन्होंने अफसरों से कहा कि अनुपस्थित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उनका यह बयान बैठक में मौजूद अधिकारियों के बीच असहज माहौल पैदा कर गया। वहीं, किसी ने यह वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया।
महिला अधिकार संगठनों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि विधायक ने न सिर्फ महिला अधिकारी का अपमान किया, बल्कि मातृत्व को लेकर समाज में व्याप्त लिंगभेद को भी बढ़ावा दिया है।
एक महिला कर्मचारी संगठन ने कहा कि “गर्भवती महिला के प्रति इस तरह की टिप्पणी असंवेदनशील और अमानवीय है। विधायक को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।”
इस विवाद ने अब राजनीतिक रूप भी ले लिया है। विपक्षी भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि “यह बयान कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है, जो महिला सशक्तिकरण की बात तो करती है लेकिन सम्मान देने में असफल रहती है।”
गौरतलब है कि हाल ही में सिद्दारमैया सरकार ने महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान एक दिन की पेड लीव देने का निर्णय लिया था, जिसके लिए सरकार की सराहना हुई थी। लेकिन इस विवाद ने सरकार की छवि को झटका दिया है।
वहीं, विधायक बसवराज ने अभी तक अपने बयान पर कोई सफाई नहीं दी है। कांग्रेस आलाकमान ने भी इस पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन पार्टी के भीतर इस बयान को लेकर नाराजगी जताई जा रही है।