फरसगांव में ब्लॉक स्तरीय पशु मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन, विभिन्न श्रेणियों में पशु पालकों को पुरस्कार
फरसगांव के ग्राम आमगांव में ब्लॉक स्तरीय पशु मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन। विभिन्न पशु श्रेणियों में पुरस्कार वितरित किए गए और विभागीय योजनाओं की जानकारी साझा की गई।

UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, फरसगांव। उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएँ, जिला कोंडागांव के निर्देशानुसार रजत महोत्सव 2025 के अवसर पर ग्राम आमगांव में ब्लॉक स्तरीय पशु मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पशु पालन को प्रोत्साहित करना, स्थानीय किसानों और पशु पालकों के बीच उत्कृष्ट प्रथाओं का आदान-प्रदान करना तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी साझा करना था।
पशु मेला में विभिन्न श्रेणियों में पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। विभाग द्वारा प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार की व्यवस्था की गई। दुधारू गाय की श्रेणी में हेमचंद कुंवर को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ, जबकि बकरा/बकरी की श्रेणी में सुघनतिन को प्रथम पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनपद कृषि स्थायी समिति की सभापति श्रीमती लीलावती नेताम, जनपद सदस्य श्रीमती बुधयारीन दुग्गा, जनपद सदस्य विजय मरकाम, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष हेमचंद देवांगन और सिदराय सलाम के गरिमामयी उपस्थित रहने से कार्यक्रम की शोभा बढ़ी।
उपसंचालक डॉ. एम. बी. सिंग, नोडल अधिकारी डॉ. सुमन उइके, डॉ. प्रियंका ठाकुर, डॉ. अनिल कटरावत, डी. पी. साहू, महेश नाग, दीपेश बिस्वास, सी. के. कौशिक, चंदन नाइक, अशोक तिवारी, मनोज नेताम सहित विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में पशु पालक तथा स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी उपस्थित लोगों को विभिन्न योजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, पशु स्वास्थ्य सेवाओं और पोषण संबंधी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। साथ ही पशु पालन में सुधार और उत्पादन बढ़ाने के लिए सुझाव भी साझा किए गए।
इस मेला ने न केवल पशु पालकों को सम्मानित किया बल्कि स्थानीय किसानों और पशु पालकों के बीच ज्ञान और अनुभव साझा करने का अवसर भी उपलब्ध कराया। पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति पत्र और सम्मानित करने के माध्यम से उनके प्रयासों को मान्यता दी गई।
इस आयोजन ने स्थानीय समुदाय में पशु पालन के महत्व को उजागर किया और विकास खंड स्तर पर पशु स्वास्थ्य एवं कृषि विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने का कार्य किया। इस मेला से यह संदेश गया कि पशु पालन और प्रदर्शनी कार्यक्रम किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और क्षेत्रीय पशु विकास को प्रोत्साहित करते हैं।