शताब्दी वर्ष में रतनपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भव्य पथ संचलन — राष्ट्रहित में समाज को एकजुट होने का आह्वान

रतनपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजयदशमी पर्व पर पथ संचलन किया। मुख्य वक्ता गौरांगो सिंह ने समाज को राष्ट्रहित में एकजुट होकर पांच परिवर्तन अपनाने का आह्वान किया।

Oct 13, 2025 - 14:53
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शताब्दी वर्ष में रतनपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भव्य पथ संचलन — राष्ट्रहित में समाज को एकजुट होने का आह्वान

UNITED NEWS OF ASIA. हेमंत कुमार, चिरमिरी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर रतनपुर मंडल में विजयदशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम रतनपुर के प्रसिद्ध श्रीराम मंदिर परिसर में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवक निर्धारित गणवेश में शामिल हुए और अनुशासित पंक्तियों में कदम से कदम मिलाते हुए नगर भ्रमण किया।

पथ संचलन श्रीराम मंदिर से प्रारंभ होकर ग्राम के प्रमुख मार्गों से होता हुआ पुनः मंदिर परिसर में पहुंचा। पूरे संचलन में संघ का अनुशासन, संगठन और समयबद्धता देखने योग्य रही। ग्रामीणों ने घरों से बाहर निकलकर स्वयंसेवकों का स्वागत किया और कार्यक्रम को उत्साहपूर्वक देखा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुमारु बैगा थे, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में छत्तीसगढ़ प्रांत के मुख्य मार्ग एवं छात्रावास प्रमुख गौरांगो सिंह उपस्थित रहे। अपने उद्बोधन में गौरांगो सिंह ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम संघ के शताब्दी वर्ष के साक्षी बन रहे हैं। इस विशेष वर्ष में हमारा लक्ष्य समाज के हर वर्ग को एक सूत्र में बांधने का है। उन्होंने संघ के पंच परिवर्तन — सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, स्व जागरण, पर्यावरण संरक्षण और नागरिक कर्तव्य — को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, “राष्ट्र को परम वैभव तक पहुंचाने के लिए आवश्यक है कि समाज जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव से मुक्त होकर एकजुट हो। हमारी संस्कृति और धर्म पर कोई आंच न आए, इसके लिए हिंदू समाज को संगठित और सशक्त बनना होगा।”

इस अवसर पर खंड संघचालक शिवनारायण सिंह, विभाग सह कार्यवाह राकेश भानु, सह जिला कार्यवाह देवेंद्र सिंह, गौ सेवा संयोजक मोतीलाल सहित अनेक स्वयंसेवक मौजूद रहे।

विशेष रूप से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल भी पूर्ण गणवेश में संघ के साथ पथ संचलन में शामिल हुए और कार्यक्रम की समाप्ति तक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगीत, वंदन और उत्साहपूर्ण नारों के साथ वातावरण राष्ट्रभावना से ओतप्रोत हो उठा।