रायपुर पुलिस ने लूट की दो वारदातों का किया खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र में हुई दो लूट की वारदातों का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों — योगेन्द्र चौहान उर्फ योगी, अमित बंजारे और आर्यन नाग — को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूटी गई चांदी की ब्रेसलेट, मोबाइल फोन, घड़ी और बैग बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी पहले भी अपराधों में शामिल रह चुके हैं। एक अन्य फरार आरोपी की तलाश जारी है।
UNITED NEWS OF ASIA. हसीब अख्तर, रायपुर। रायपुर शहर की पंडरी पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए लूट की दो अलग-अलग घटनाओं का खुलासा कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के नाम योगेन्द्र चौहान उर्फ योगी (22 वर्ष), अमित बंजारे उर्फ लल्ला (19 वर्ष) और आर्यन नाग (21 वर्ष) हैं। एक अन्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
पुलिस के अनुसार, 25 अक्टूबर की रात प्रार्थी महेश लोधी, निवासी राजगढ़ (म.प्र.) ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जब वह मोवा ब्रिज के नीचे ट्रक के केबिन में सो रहा था, तभी तीन अज्ञात युवक उसके ट्रक में घुस आए। एक युवक ने उसके गले पर चाकू रखकर धमकाया जबकि दूसरा युवक केबिन में रखे बैग, मोबाइल और नकदी लूटकर फरार हो गया।
इसी तरह, 23 अक्टूबर की सुबह प्रार्थी प्रकाश यादव, निवासी लोधीपारा, अपने दोस्त के साथ मोवा ओवरब्रिज के नीचे चाय पीने गया था। तभी तीन युवकों ने एक्टिवा स्कूटी पर आकर चाकू की नोक पर उनसे मोबाइल फोन, चांदी की ब्रेसलेट, घड़ी और नकदी लूट ली।
दोनों मामलों में अपराध क्रमांक 289/25 और 290/25 के तहत धारा 309(4), 3(5) बी.एन.एस. के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से आरोपियों की पहचान की और दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया।
आरोपियों के कब्जे से दो चांदी की ब्रेसलेट, दो मोबाइल फोन, एक हाथ घड़ी और बैग जब्त किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी पहले भी विभिन्न अपराधों जैसे मारपीट, नकबजनी और आर्म्स एक्ट में जेल जा चुके हैं।
थाना प्रभारी स्वराज त्रिपाठी और प्रभारी निरीक्षक परेश पांडे के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में एंटी क्राइम और साइबर यूनिट के जवानों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध दो से अधिक अपराध दर्ज होने के कारण उन्हें गुंडा निगरानी सूची में शामिल करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ की जा रही है।
फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम सक्रिय है।
