फर्जी सशस्त्र बल का जवान बनकर नौकरी के नाम पर ठगी, बिलासपुर से आरोपी गिरफ्तार
जशपुर पुलिस ने फर्जी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान बनकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी पुन्नी लाल अनंत को बिलासपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने वर्दी पहनकर दो महिलाओं को झांसे में लिया और एक महिला से दो लाख रुपये की ठगी की थी। उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
UNITED NEWS OF ASIA. योगेश यादव, छत्तीसगढ़ | के जशपुर जिले में फर्जीवाड़े का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां खुद को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान बताकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को जशपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान पुन्नी लाल अनंत, उम्र 27 वर्ष, निवासी ग्राम टाडा दर्रीकापा थाना कोटा, जिला बिलासपुर के रूप में हुई है। वह जशपुर में किराए के मकान में रहकर लोगों को पुलिस जवान होने का झांसा दे रहा था।
मामला थाना सिटी कोतवाली जशपुर क्षेत्र का है। प्रार्थिया सीमा बाई, उम्र 39 वर्ष, निवासी झरगांव चौकी सोनक्यारी ने 8 दिसंबर 2025 को थाना सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 28 अगस्त 2025 को वह अपने निजी कार्य से कलेक्ट्रेट परिसर जशपुर गई थीं, जहां उनकी मुलाकात पुलिस की वर्दी पहने एक युवक से हुई। उक्त व्यक्ति ने अपना नाम पुन्नी लाल अनंत बताया और खुद को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान बताते हुए कहा कि उसकी ऊपरी पहुंच है और वह मत्स्य विभाग में नौकरी लगवा सकता है।
वर्दी पहने होने के कारण महिला उसके झांसे में आ गई। कुछ दिनों बाद आरोपी ने फोन कर बताया कि नौकरी के लिए चार लाख रुपये खर्च होंगे और जल्द ज्वाइनिंग लेटर दिला देगा। इस पर महिला ने दो लाख रुपये आरोपी को दे दिए। आरोपी ने शेष रकम मिलने पर नियुक्ति पत्र देने का आश्वासन दिया। इतना ही नहीं, उसने महिला की भतीजी को डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसके दस्तावेज भी अपने पास रख लिए और तीन लाख रुपये की मांग की।
कुछ समय बाद प्रार्थिया को पता चला कि आरोपी कोई पुलिसकर्मी नहीं है और उसने फर्जी वर्दी पहनकर ठगी की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बीएनएस की धारा 318(2) और 318(4) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की। आरोपी घटना के बाद से फरार था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के निर्देशन में पुलिस टीम गठित कर आरोपी की तलाश की गई। मुखबिर सूचना और तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपी को उसके गृह ग्राम बिलासपुर से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया। उसके कब्जे से ठगी में उपयोग किए गए शैक्षणिक दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
पुलिस ने आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख सहित पुलिस टीम की अहम भूमिका रही। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि नौकरी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को पैसा देने से पहले उसकी सत्यता की पूरी जांच करें।