उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नंबी में सड़क निर्माण का किया भूमिपूजन, जनचौपाल में ग्रामीणों से की सीधी चर्चा
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने बीजापुर जिले के सुदूर नंबी गांव में 94.48 लाख रुपए की लागत से बनने वाली सड़क का भूमिपूजन किया। उन्होंने जनचौपाल लगाकर ग्रामीणों से ग्राम विकास योजना पर चर्चा की और 20 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की।
UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, रायपुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने मंगलवार को बीजापुर जिले के सुदूर वनांचल नंबी ग्राम में 94.48 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सड़क निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। यह सड़क नंबी चौक से नंबी जलप्रपात पर्यटन स्थल तक बनाई जाएगी।
इस सड़क निर्माण से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। भूमिपूजन के बाद उपमुख्यमंत्री स्वयं मोटरसाइकिल से सड़क निर्माण स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे।
विजय शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि “बस्तर अब विकास की नई दिशा में बढ़ रहा है। कभी नक्सल प्रभाव वाले गांव अब पर्यटन केंद्रों में परिवर्तित हो रहे हैं।” उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि प्रत्येक गांव में सड़क, बिजली, पानी और रोजगार की सुविधाएँ पहुँचें।
उपमुख्यमंत्री ने जनचौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और शासन की योजनाओं जैसे महतारी वंदन योजना, धान खरीदी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि युवाओं को सीएससी सेंटर संचालन का प्रशिक्षण दिया जाए और किसान शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
ग्रामीणों की मांग पर शर्मा ने 20 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की।
उन्होंने नंबी जलधारा पर्यटन समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। समिति के अध्यक्ष गजेंद्र ने बताया कि स्थानीय 24 युवाओं द्वारा जलप्रपात का संचालन किया जा रहा है और पिछले चार महीनों में 20 हजार से अधिक पर्यटक यहां पहुंचे हैं, जिससे चार लाख रुपये से अधिक की आमदनी हुई है। अब विदेशी पर्यटक, विशेषकर जर्मनी से आने लगे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने युवाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि “नंबी जैसे क्षेत्र अब विकास और आत्मनिर्भरता के प्रतीक बन रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि दो वर्ष पूर्व यहां सुरक्षा कैंप की स्थापना के बाद से गांव में बिजली, पानी, स्कूल और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार की संवेदनशील पुनर्वास नीति के चलते अब बड़ी संख्या में भटके हुए लोग मुख्यधारा में लौट रहे हैं और वह दिन दूर नहीं जब बस्तर पूरी तरह हिंसा मुक्त होगा।
इस अवसर पर कलेक्टर संबित मिश्रा ने सुरक्षा कैंप स्थापना के बाद हुए विकास कार्यों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, जिला पंचायत सदस्य शंकरैया माड़वी, उसूर जनपद पंचायत अध्यक्ष पूर्णिमा तेलम, एडीजी विवेकानंद सिन्हा, आयुक्त डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, एसपी डॉ. जितेंद्र यादव, डीएफओ रंगानाथन रामकृष्णन वाय, सरपंच सुशीला काका, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
