बालाघाट में दो इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता
बालाघाट के लांजी थाना क्षेत्र स्थित कोरका सीआरपीएफ कैंप में इनामी नक्सली दीपक और रोहित ने आत्मसमर्पण किया। लंबे समय से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय दीपक पर कई गंभीर वारदातों में शामिल होने के आरोप थे। दोनों के आत्मसमर्पण को सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
UNITED NEWS OF ASIA. सायमा नाज, बालाट | जिले के लांजी थाना क्षेत्र में स्थित कोरका सीआरपीएफ कैंप में मंगलवार को सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली घाहै। लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय दो इनामी नक्सली—दीपक और रोहित—ने आज औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण कार्यक्रम में जिला पुलिस, सीआरपीएफ और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के अधिकारी मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार, नक्सली दीपक बालाघाट जिले के पालागोंदी गांव का रहने वाला है। वह कई वर्षों से नक्सली संगठन की सक्रिय इकाई का हिस्सा था और क्षेत्र में होने वाली कई नक्सली घटनाओं में उसका नाम शामिल रहा है। पुलिस और सुरक्षा बलों को कई बार चकमा देकर भागने वाला दीपक सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक चुनौती माना जाता था। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, दीपक ने संगठन की लगातार कमज़ोर होती स्थिति और सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के कारण आत्मसमर्पण का फैसला लिया।
वहीं, दूसरा नक्सली रोहित भी बालाघाट जिले के जंगलों में सक्रिय था। सुरक्षा बलों का कहना है कि रोहित कई नक्सली बैठकों और हथियारबंद गतिविधियों में शामिल रहा है। दोनों नक्सलियों पर स्थानीय पुलिस द्वारा इनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत सहायता प्रदान की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मुख्यधारा से जुड़कर शांतिपूर्ण जीवन जीने की इच्छा रखने वाले नक्सलियों को हर संभव सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पिछले कुछ महीनों में बालाघाट और आसपास के क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों में कमी देखी गई है। सुरक्षा बलों के लगातार कॉम्बिंग अभियान और बढ़ती दबाव रणनीति के कारण नक्सली संगठन कमजोर होता दिखाई दे रहा है। अधिकारियों का मानना है कि दीपक और रोहित जैसे सक्रिय नक्सलियों का आत्मसमर्पण संगठन के लिए एक बड़ा झटका है।
स्थानीय प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में और भी नक्सली आत्मसमर्पण की राह चुन सकते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नक्सली गतिविधियों से दूर रहें और सुरक्षा बलों का सहयोग करें, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित की जा सके।