‘मैं तब नहीं रहूंगी’ — भावुक एलिसा हीली ने भारत से हार के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास के दिए संकेत

भारत से वर्ल्ड कप सेमीफाइनल हारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने भावुक बयान दिया। उन्होंने संकेत दिए कि यह उनका आखिरी वनडे वर्ल्ड कप हो सकता है। भारत ने नवी मुंबई में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

Oct 31, 2025 - 14:02
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‘मैं तब नहीं रहूंगी’ — भावुक एलिसा हीली ने भारत से हार के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास के दिए संकेत

UNITED NEWS OF ASIA. नवी मुंबई। आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। इस हार के साथ ही गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का वर्ल्ड कप सफर थम गया। मुकाबले के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने भावुक होते हुए संकेत दिए कि यह उनका आखिरी वनडे वर्ल्ड कप हो सकता है।

भारत ने डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में 339 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 48.3 ओवर में जीत दर्ज की। जेमिमा रोड्रिग्ज (127*) और हरमनप्रीत कौर (89) की शानदार पारियों ने टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से फोएबे लिचफील्ड (119) और एलिसा पेरी (77) की पारियों की बदौलत टीम ने 49.5 ओवर में 338 रन बनाए थे। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने जवाब में ऐतिहासिक रन चेज पूरा किया।

मैच के बाद हीली ने कहा, “मेरे ख्याल से इस टूर्नामेंट में हर किसी ने शानदार योगदान दिया। हारने वाली कप्तान के रूप में खड़ा होना निराशाजनक है। हमने मौके बनाए लेकिन उन्हें भुना नहीं पाए।” उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने जेमिमा रोड्रिग्ज का अहम कैच छोड़ा, जिसने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया।

जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अगले वनडे वर्ल्ड कप में खेलेंगी, तो 35 वर्षीय हीली ने साफ कहा, “नहीं, मैं तब नहीं रहूंगी। यह अगले चक्र की खूबसूरती है। हम देखेंगे कि आगे क्या होता है। टी20 वर्ल्ड कप हमारे सामने है और मुझे यकीन है कि वनडे टीम में बदलाव होंगे।”

एलिसा हीली ने अब तक 123 वनडे मैचों में सात शतक और 18 अर्धशतक की मदद से 3563 रन बनाए हैं। उनका औसत 35.98 और स्ट्राइक रेट करीब 100 रहा है। मौजूदा वर्ल्ड कप में उन्होंने पांच मैचों में 299 रन बनाए।

हीली ने कहा कि अब ऑस्ट्रेलिया की युवा पीढ़ी को आगे आने का समय है। “फोएबे लिचफील्ड जैसी युवा खिलाड़ी हमारे भविष्य का प्रतिनिधित्व करती हैं। अगले चार साल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए रोमांचक रहेंगे।”

भारत के हाथों सेमीफाइनल में मिली इस हार के साथ ही ऑस्ट्रेलिया का एक स्वर्णिम अध्याय समाप्त हुआ, लेकिन हीली के शब्दों में, “हर अंत एक नई शुरुआत का रास्ता खोलता है।