गाइडलाइन दर वृद्धि के खिलाफ आम आदमी पार्टी का प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ में जमीन गाइडलाइन दरों में हुई बढ़ोतरी के विरोध में प्रदेशभर में धरना प्रदर्शन किया। रायपुर सहित सभी जिलों में वित्त मंत्री ओपी चौधरी का पुतला दहन किया गया। आप नेताओं का कहना है कि बढ़ी हुई दरों से गरीब, किसान और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए जमीन और मकान खरीदना असंभव हो जाएगा।

Dec 2, 2025 - 17:38
 0  18
गाइडलाइन दर वृद्धि के खिलाफ आम आदमी पार्टी का प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन

 UNITED NEWS OF ASIA. हसिब अख्तर, रायपुर | आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ ने प्रदेश में जमीन की रजिस्ट्री और गाइडलाइन दरों में भारी वृद्धि किए जाने के विरोध में 2 दिसंबर को प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन आयोजित किया। रायपुर सहित सभी जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी का पुतला दहन किया। राजधानी रायपुर में यह प्रदर्शन पहाड़ी मैना चौक के पास नगर निगम क्षेत्र में संपन्न हुआ।

प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष उत्तम जायसवाल ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से जमीन का कारोबार ठप हो जाएगा और गरीब, किसान तथा मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए जमीन खरीदकर मकान बनाने का सपना चकनाचूर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 80 प्रतिशत लोग 500, 1000 और 1500 वर्गफीट के प्लॉट खरीदते हैं, लेकिन नई गाइडलाइन दरों से उनके लिए जमीन खरीदना लगभग असंभव हो जाएगा। किसान न तो खेती की जमीन खरीद पाएंगे और न ही आवश्यकता पड़ने पर आसानी से बेच पाएंगे।

जायसवाल ने आरोप लगाया कि दुर्ग में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे जमीन कारोबारियों पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया, जो सरकार के तानाशाही रवैये का संकेत है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी तब तक सड़क पर संघर्ष जारी रखेगी, जब तक सरकार बढ़ी हुई गाइडलाइन दरों को वापस नहीं लेती।

इस दौरान उत्तम जायसवाल, सूरज उपाध्याय, मिहिर कुर्मी, इमरान खान, रिजवान शरीफ, मुन्ना बीसेन, आर.एस. ठाकुर, नंदन सिंह, मिथिलेश साहू, एम.एम. हैदरी, पवन सक्सेना सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान पुतला दहन के समय आम आदमी पार्टी यूथ विंग के जिला सह प्रभारी विकासदास मानिकपुरी का हाथ जल गया। कार्यक्रम में मनीष सारथी, प्रकाश चक्रधारी, बलवंत सिंह, डॉ. विजय देवांगन, किशोर सोनी, कमल महन, छोटूदास, अजय राजपूत नेपाली सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।