शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में पहल — हाई स्कूल सांकरा चिवर्री में सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम के तहत पालकों की सक्रिय भागीदारी
मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत हाई स्कूल सांकरा चिवर्री में सामाजिक अंकेक्षण हुआ। इसमें शिक्षकों, पालकों और समुदाय ने मिलकर विद्यालय की शिक्षा, उपस्थिति और व्यवस्था का मूल्यांकन किया।

UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी | मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत शासकीय हाई स्कूल सांकरा चिवर्री में सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता को सुदृढ़ बनाना, विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना था।
इस सामाजिक अंकेक्षण में विद्यालय के सभी शाला प्रबंधन समिति (एसएमसी) के सदस्य, अध्यक्ष, पालकगण और ग्राम समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था, छात्रों की उपस्थिति, सीखने के स्तर, परीक्षा परिणाम, विद्यालय का वातावरण तथा वार्षिक प्रगति का विस्तृत मूल्यांकन किया गया।
सामाजिक अंकेक्षण की नोडल अधिकारी जसप्रीत कौर ने विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए सुधार के लिए आवश्यक सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सामाजिक अंकेक्षण से विद्यालय की पारदर्शिता बढ़ती है और समाज की जिम्मेदारी भी तय होती है।
विद्यालय की प्राचार्या सुरिंदर कौर ओबेराय ने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान का उद्देश्य केवल शिक्षा देना नहीं, बल्कि प्रत्येक छात्र में गुणवत्तापूर्ण अधिगम सुनिश्चित करना है। उन्होंने विद्यार्थियों से नियमित रूप से विद्यालय आने और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रयास करने का आह्वान किया।
इस मौके पर एसएमसी अध्यक्ष संतराज, सीएसी सदस्य, हरिराम मरकाम, रितु पटेल, संगीता सूर्यवंशी, वर्षा रंगारी, वैभव जाधव, घासिया राम मरकाम सहित अनेक पालकगण एवं विद्यालय कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों को विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी गई तथा उन्हें शैक्षणिक सुधार में सहयोग के लिए प्रेरित किया गया। सामाजिक अंकेक्षण से यह संदेश भी गया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए केवल शिक्षक ही नहीं, बल्कि समाज के सभी वर्गों की भूमिका आवश्यक है।
इस तरह हाई स्कूल सांकरा चिवर्री में आयोजित यह कार्यक्रम “सहयोग से सशक्त शिक्षा” की दिशा में एक सकारात्मक और प्रेरक पहल सिद्ध हुआ।