लोरमी के पीएम-जनमन क्षेत्र में 100% गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच पूरी, बैगा समुदाय को मिला सुरक्षित मातृत्व का संबल

छत्तीसगढ़ सरकार के “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के तहत मुंगेली जिले के लोरमी पीएम-जनमन क्षेत्र में पंजीकृत सभी 87 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (ANC) सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है। इनमें 15 उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं की पहचान कर विशेषज्ञ जांच और उपचार सुनिश्चित किया गया। यह उपलब्धि विशेष रूप से बैगा समुदाय के लिए ऐतिहासिक है, जो अब तक स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहे थे। मोबाइल मेडिकल यूनिट, महतारी एक्सप्रेस और मितानिनों की सक्रिय भूमिका से दूरस्थ वनांचलों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचीं। अभियान के दौरान पोषण परामर्श, मासिक धर्म स्वच्छता, टीबी, कैंसर, शुगर और सिकल सेल जैसी बीमारियों की भी जांच की गई। राज्यभर में 24 से 26 सितंबर तक चले इस अभियान में 51,000 से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच की गई और 10,000 से ज्यादा हाई-रिस्क मामलों की पहचान हुई। यह पहल मातृ मृत्यु दर कम करने और प्रत्येक महिला को सुरक्षित मातृत्व की गारंटी देने की दिशा में राज्य सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।

Sep 30, 2025 - 12:02
 0  14
लोरमी के पीएम-जनमन क्षेत्र में 100% गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच पूरी, बैगा समुदाय को मिला सुरक्षित मातृत्व का संबल

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” ने राज्य के दूरस्थ और वनांचल क्षेत्रों तक मातृ स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाने का नया इतिहास रच दिया है। मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) क्षेत्र में पंजीकृत सभी 87 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (ANC) सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है।

अभियान के अंतर्गत 15 उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की पहचान की गई, जिन्हें लोरमी मातृ एवं शिशु अस्पताल में सोनोग्राफी सहित विशेष चिकित्सा जांच उपलब्ध कराई गई। यह उपलब्धि विशेष रूप से बैगा समुदाय के लिए ऐतिहासिक है, जो अब तक प्रसव के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहते थे।

पीवीटीजी समुदाय तक पहुंची स्वास्थ्य सेवाएं
सरकार की 102 महतारी एक्सप्रेस, मोबाइल मेडिकल यूनिट, मितानिन और एएनएम की सक्रिय भूमिका ने पहाड़ों और जंगलों के बीच बसे बैगा समुदाय की महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा। एएनसी जांच, पोषण परामर्श और संस्थागत प्रसव की तैयारियों ने सुरक्षित मातृत्व की नई आशा जगाई है।

समग्र स्वास्थ्य जागरूकता और जांचें
अभियान के दौरान महिलाओं और किशोरियों में मासिक धर्म स्वच्छता, संतुलित आहार और साप्ताहिक आयरन-फोलिक एसिड सेवन पर भी जागरूकता फैलाई गई। साथ ही सिकल सेल, टीबी, ब्लड प्रेशर, शुगर, सर्वाइकल और स्तन कैंसर जैसी बीमारियों की प्रारंभिक जांच की गई।

राज्यव्यापी सफलता
24 से 26 सितंबर तक चले इस अभियान में प्रदेशभर के 843 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से 51,000 से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इनमें 10,000 से ज्यादा हाई-रिस्क मामलों की पहचान कर विशेषज्ञ परामर्श उपलब्ध कराया गया और 8,619 महिलाओं की सोनोग्राफी भी की गई।

सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा, “स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की आधारशिला है। लोरमी में 100% प्रसव पूर्व जांच इस दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो मातृ मृत्यु दर कम करने और प्रत्येक महिला को सुरक्षित मातृत्व की गारंटी देने के हमारे संकल्प को दर्शाती है।”

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, “दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच अब अंतिम छोर तक पहुँच रही है। बैगा जैसी पीवीटीजी महिलाओं तक सुरक्षित मातृत्व सेवाएं पहुँचना सरकार की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”

“छत्तीसगढ़ की महतारी, हम सबकी जिम्मेदारी” की थीम पर आधारित यह अभियान केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम ही नहीं बल्कि सामाजिक जागरूकता की दिशा में भी क्रांतिकारी कदम साबित हुआ है, जिसने महिलाओं को स्वास्थ्य सुरक्षा और सशक्तिकरण से जोड़ा है।