फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर छापा मारने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, धमतरी पुलिस ने 12 आरोपियों को किया गिरफ्तार
धमतरी के रत्नाबांधा रोड स्थित एक डॉक्टर के घर फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर छापेमारी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का धमतरी पुलिस ने खुलासा किया है। साइबर तकनीकी विश्लेषण और सतत पतासाजी से 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन. धमतरी। धमतरी पुलिस ने फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर छापेमारी करने वाले एक संगठित अंतर्राज्यीय गिरोह का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक श्री सूरज सिंह परिहार के निर्देश पर की गई इस बड़ी कार्रवाई में कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। यह कार्रवाई जिले में संगठित और गंभीर अपराधों पर सख्त नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
प्रकरण थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र का है, जहां रत्नाबांधा रोड निवासी 67 वर्षीय दिलीप राठौर ने 12 दिसंबर 2025 को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर 2025 को 6–7 लोग स्वयं को इनकम टैक्स विभाग का अधिकारी बताकर बिना किसी पहचान पत्र और वैध वारंट के उनके घर में जबरन घुस आए। आरोपियों ने करीब ढाई घंटे तक घर के सभी कमरों, अलमारियों और लॉकर की तलाशी ली और उन्हें बाहर निकलने से रोके रखा। कुछ भी हाथ न लगने पर आरोपी दो कारों में बैठकर फरार हो गए।
शिकायत के आधार पर थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 327/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी धमतरी के निर्देशन में अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। साइबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर पुलिस टीमों ने नागपुर (महाराष्ट्र), रायपुर, दुर्ग, बालोद और दल्लीराजहरा सहित कई स्थानों पर दबिश दी।
लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने सभी 12 आरोपियों को हिरासत में लेकर धमतरी लाया। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्हें सूचना मिली थी कि प्रार्थी के घर में लगभग 200 करोड़ रुपये नकद रखे हुए हैं। इसी लालच में उन्होंने फर्जी इनकम टैक्स टीम बनाकर सुनियोजित तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों के मेमोरेंडम कथन के आधार पर घटना में प्रयुक्त चार पहिया वाहन (टाटा सफारी, स्विफ्ट डिजायर सहित अन्य कारें), मोबाइल फोन और नकदी रखने के लिए उपयोग की गई जूट की बोरी जब्त की गई है। पुलिस ने बताया कि कुछ आरोपियों के खिलाफ पूर्व से भी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
धमतरी पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी सरकारी अधिकारी द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के दौरान उसकी पहचान पत्र और वैध आदेश/वारंट की पुष्टि जरूर करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को देकर सतर्क नागरिक होने का परिचय दें।