अरण्य भारती महाविद्यालय बैहर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन, छात्रों को दिए गए कानून संबंधी महत्वपूर्ण ज्ञान

बालाघाट जिले के अरण्य भारती महाविद्यालय बैहर में मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के तहत विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। जिला न्यायाधीश सुरेंद्र सिंह गुर्जर ने छात्रों को पॉक्सो एक्ट, अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, और निःशुल्क विधिक सहायता के प्रावधानों की जानकारी दी।

Oct 27, 2025 - 16:52
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अरण्य भारती महाविद्यालय बैहर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन, छात्रों को दिए गए कानून संबंधी महत्वपूर्ण ज्ञान

UNITED NEWS OF ASIA. सायमा नाज़, बालाघाट । मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के अंतर्गत रविवार, 26 अक्टूबर 2025 को शासकीय अरण्य भारती महाविद्यालय बैहर में एक दिवसीय विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में कानूनी जागरूकता बढ़ाना और उन्हें विधिक अधिकारों एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना था।

 

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में जिला न्यायाधीश एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सुरेंद्र सिंह गुर्जर उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को लैंगिक अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम 2012 (POCSO Act), अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना तथा मध्यस्थता योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

गुर्जर ने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाएं, बच्चे, दिव्यांगजन और जेल बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि पात्र व्यक्ति इस सहायता के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 15100 पर संपर्क कर सकते हैं।

 

शिविर में अधिवक्ता आकांक्षा मडावी, चुनेन्द्र बघेल, मानसी पारधी और संजय नागेश्वर ने छात्रों को नालसा योजना, पॉक्सो एक्ट, महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि कानून कैसे समाज के कमजोर तबकों को सशक्त बनाता है और न्याय तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करता है।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक महेश पटले, शिवनाथ यादव, सुरेश यादव, आकांक्षा तेकाम और भंवर सिंह मेरावी भी उपस्थित रहे।

शिविर के समापन पर छात्रों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से उन्हें अपने कानूनी अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी मिलती है, जिससे वे न केवल खुद को बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी जागरूक कर सकते हैं।

यह विधिक साक्षरता शिविर बैहर क्षेत्र में न्यायिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।