माकड़ी पुलिस ने हाई स्कूल ठेमगाँव में चलाया साइबर जागरूकता अभियान, छात्र-शिक्षकों को दी साइबर, महिला अपराध और नशामुक्ति की जानकारी

माकड़ी पुलिस ने हाई स्कूल ठेमगाँव में साइबर अपराध, महिला एवं बच्चों के अपराध, यातायात नियम, नशामुक्ति और नवीन आपराधिक कानूनों पर छात्र-शिक्षकों को जागरूक किया।

Oct 11, 2025 - 12:50
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माकड़ी पुलिस ने हाई स्कूल ठेमगाँव में चलाया साइबर जागरूकता अभियान, छात्र-शिक्षकों को दी साइबर, महिला अपराध और नशामुक्ति की जानकारी

UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भारद्वाज, कोण्डागांव। जिला पुलिस अधीक्षक वाय. अक्षय कुमार के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेन्द्र देव पटेल तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी रूपेश कुमार के मार्गदर्शन में थाना माकड़ी पुलिस द्वारा हाई स्कूल ठेमगाँव में साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। यह अभियान छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय समुदाय को साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, यातायात नियम और नशामुक्ति के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।

आज दिनांक 10 अक्टूबर 2025 को आयोजित कार्यक्रम में प्रधान आरक्षक राकेश जुर्री और महिला प्रधान आरक्षक विमला माला ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति सचेत किया। उन्होंने साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय, सुरक्षित इंटरनेट उपयोग, सोशल मीडिया पर सावधानी, पासवर्ड सुरक्षा और ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटने के तरीके विस्तारपूर्वक बताए।

कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों को महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराध, गुड टच-बैड टच, और उनके खिलाफ कानूनी सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही यातायात नियमों का पालन, भारत सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए आपराधिक कानून, और नशामुक्ति अभियान के तहत नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव व उनसे बचाव की जानकारी भी साझा की गई।

इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कोण्डागांव के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे और उन्होंने विधिक जानकारी भी प्रदान की। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल छात्रों और शिक्षकों को कानूनी और सामाजिक जागरूकता प्रदान करना था, बल्कि उन्हें अपनी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति सजग बनाना भी था।

थाना माकड़ी पुलिस का यह कदम युवाओं को अपराध से बचाने, महिला और बाल सुरक्षा को बढ़ावा देने और समुदाय में कानूनी चेतना फैलाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि छात्र-शिक्षक और आम जनता समाज में कानून और सुरक्षा के प्रति सजग रहें।

अंत में छात्रों और शिक्षकों ने इस जागरूकता कार्यक्रम की सराहना की और इसे समाज के लिए उपयोगी और समय की जरूरत बताया।