आत्मा योजना के तहत कृषकों का शैक्षणिक भ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न — आधुनिक खेती की तकनीक से होंगे किसान सशक्त

कांकेर में आत्मा योजना के तहत कृषकों का शैक्षणिक भ्रमण व प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। किसानों ने जैविक खेती, कीट प्रबंधन और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।

Oct 15, 2025 - 11:14
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आत्मा योजना के तहत कृषकों का शैक्षणिक भ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न — आधुनिक खेती की तकनीक से होंगे किसान सशक्त

UNITED NEWS OF ASIA. राजेन्द्र मंडावी, कांकेर। एक्सटेंशन रिफॉर्म्स “आत्मा” योजना के अंतर्गत कृषकों के ज्ञानवर्धन और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी के लिए एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों, जैविक खेती, कीट एवं रोग प्रबंधन और आजीविका आधारित कृषि मॉडल से अवगत कराना रहा।

पहले चरण में चारामा विकासखण्ड के कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र संभलपुर, धमतरी के लिए रवाना किया गया, जहाँ बीएफएसी अध्यक्ष नारायण सोनकर ने हरी झंडी दिखाकर दल को प्रस्थान कराया। कृषि विज्ञान केन्द्र में विशेषज्ञों ने किसानों को जैविक खेती के उद्देश्य, जीवामृत एवं बीजामृत निर्माण की प्रक्रिया और उनके लाभों की जानकारी दी।

कीट विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. शक्ति वर्मा ने फसलों में लगने वाले कीटों की पहचान और नियंत्रण के उपाय समझाए। एग्रोनॉमिस्ट प्रेमलाल साहू एवं फार्म मैनेजर आशीष बंजारा ने मखाने की खेती, सुगंधित धान, आम्रपाली आम की किस्म और बाँस प्लांटेशन तकनीक पर विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया।

दूसरे चरण का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र बोरगांव, जिला कोण्डागांव में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद पंचायत अध्यक्ष पूर्णिमा ईश्वर कावड़े, कृषि सभापति राजेश्वरी नेताम और विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मयाराम नेताम ने आत्मा योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की।

कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुरेश मरकाम ने धान, दलहन, तिलहन और उद्यानिकी फसलों जैसे गेंदाफूल, गुलाब, पशुपालन, बकरी पालन, मछली पालन, रेशम पालन और खेत-तालाब के समुचित उपयोग पर जानकारी दी।
विषय विशेषज्ञ डॉ. भूपेंद्र ठाकुर ने खरीफ व रबी फसलों के रोग, कीट पहचान और नियंत्रण के जैविक उपायों जैसे निमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, नाडेप खाद व वर्मी कम्पोस्ट की तकनीक बताई।

भ्रमण के दौरान कृषकों ने मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म (राजाराम त्रिपाठी, कोण्डागांव) में कालीमिर्च की उन्नत खेती और नारियल विकास बोर्ड में उन्नत प्रजातियों की खेती का अवलोकन किया।

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष कृषक, कृषि विभाग व उद्यानिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य कृषकों को व्यावहारिक अनुभव देकर उन्हें आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सशक्त बनाना रहा।