शहीद वीर नारायण सिंह अन्याय के विरुद्ध संघर्ष की जीवंत चेतना थे – विधायक दीपेश साहू

बेमेतरा के कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस कार्यक्रम में विधायक दीपेश साहू ने उन्हें अन्याय, शोषण और अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष की जीवंत चेतना बताया। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति, संवैधानिक अधिकारों और सामाजिक न्याय पर विशेष जोर दिया गया।

Dec 22, 2025 - 12:53
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शहीद वीर नारायण सिंह अन्याय के विरुद्ध संघर्ष की जीवंत चेतना थे – विधायक दीपेश साहू

  UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना बेमेतरा | दुर्ग रोड स्थित कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के गरिमामय कार्यक्रम में बेमेतरा विधायक दीपेश साहू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम स्थल पर पहुँचने पर सर्व आदिवासी समाज द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाज, वेशभूषा एवं आत्मीय अभिनंदन के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया, जो आदिवासी संस्कृति की समृद्ध परंपराओं का सजीव प्रतिबिंब रहा।

कार्यक्रम में विधायक दीपेश साहू ने महान क्रांतिकारी, जननायक और आदिवासी अस्मिता के अमर प्रतीक शहीद वीर नारायण सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए उनके बलिदान को नमन किया।

अपने संबोधन में विधायक साहू ने कहा कि
शहीद वीर नारायण सिंह केवल एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि अन्याय, शोषण और अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष की जीवंत चेतना थे। अंग्रेजी हुकूमत के सामने आदिवासी समाज के अधिकार, स्वाभिमान और आत्मसम्मान के लिए उन्होंने जो अदम्य साहस दिखाया, वह आज भी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।”

उन्होंने आगे कहा कि आदिवासी समाज सदियों से जल, जंगल और जमीन का सच्चा संरक्षक रहा है। प्रकृति के साथ सहअस्तित्व की भावना ही सतत विकास का वास्तविक आधार है। आज जब पर्यावरण संरक्षण वैश्विक आवश्यकता बन चुका है, तब आदिवासी समाज की जीवनशैली हम सभी के लिए मार्गदर्शक है।

विधायक दीपेश साहू ने संवैधानिक अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान आदिवासी समाज को विशेष संरक्षण, सम्मान और अधिकार प्रदान करता है। पाँचवीं अनुसूची, वन अधिकार अधिनियम और सामाजिक न्याय से जुड़े प्रावधान इस बात का प्रमाण हैं कि आदिवासी समाज देश की मूल आत्मा है। इन अधिकारों की रक्षा और उनके प्रभावी क्रियान्वयन की जिम्मेदारी हम सभी की सामूहिक है।

उन्होंने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के नन्हे बच्चों द्वारा पारंपरिक गीतों पर प्रस्तुत मनमोहक नृत्य यह दर्शाते हैं कि हमारी संस्कृति, परंपराएं और इतिहास सुरक्षित हाथों में हैं। इन प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को ऊर्जा, आत्मीयता और गौरव से भर दिया।

अपने संबोधन के अंत में विधायक साहू ने कहा कि
वीर नारायण सिंह जी का बलिदान हमें समानता, सामाजिक न्याय और स्वाभिमान के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। हमें संकल्प लेना होगा कि हम उनके सपनों का ऐसा छत्तीसगढ़ बनाएं, जहाँ हर वर्ग को सम्मान, अधिकार और समान अवसर प्राप्त हों।”

उन्होंने सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित इस गरिमामय कार्यक्रम की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल इतिहास को जीवंत रखते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को अपने महापुरुषों के विचारों, संघर्ष और बलिदान से जोड़ने का सशक्त माध्यम भी बनते हैं।

इस अवसर पर आर.एन. ध्रुव (प्रांतीय अध्यक्ष अनुसूचित जाति), मुरित मांडवी (अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज बेमेतरा), हिरऊ राम ध्रुव, दरबार सिंह नेताम, महादेव नेताम, पार्षद गौरव साहू, शहर मंडल अध्यक्ष युगल देवांगन, ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष रेवाराम निषाद सहित अनेक जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, सर्व आदिवासी समाज के वरिष्ठजन एवं बड़ी संख्या में नागरिकजन उपस्थित रहे।