जिला स्तरीय पश्चिम भारत विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने दिखाया नवाचार और वैज्ञानिक कौशल
दंतेवाड़ा में आयोजित जिला स्तरीय पश्चिम भारत विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने नवाचारपूर्ण मॉडल, नाटिका और सेमीनार प्रस्तुत किए। चयनित प्रतिभागी अब जोन स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

UNITED NEWS OF ASIA. नविन चौधरी, बचेली/दंतेवाड़ा। विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार और अनुसंधान की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दंतेवाड़ा में जिला स्तरीय पश्चिम भारत विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने विज्ञान के विविध विषयों पर अपने अनोखे प्रयोगों, मॉडलों और विचारों का प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शनी के तहत बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी, विज्ञान नाटिका, विज्ञान सेमीनार तथा एकल और समूह प्रोजेक्ट वर्गों में प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गीदम के कमलेश कड़ती ने प्रथम स्थान, शा. उ. मा. वि. कुआकोण्डा के रविन्द्र कवासी ने द्वितीय स्थान और सेजस कटेकल्याण की सृष्टि वर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
विज्ञान नाटिका वर्ग में सेजस कुआकोण्डा की टीम ने अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति से प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि शासकीय हाई स्कूल मोखपाल की टीम द्वितीय स्थान पर रही। वहीं, विज्ञान सेमीनार में कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय कटेकल्याण की टीम ने प्रथम स्थान हासिल कर सभी का ध्यान आकर्षित किया।
एकल प्रोजेक्ट वर्ग में शा. उ. मा. वि. कुआकोण्डा के दिलीप कुमार यादव ने प्रथम, शा. हाई स्कूल बालपेट के उमाशंकर ठाकुर ने द्वितीय और शा. उ. मा. वि. गीदम के लक्ष्मण पोयाम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। समूह प्रोजेक्ट वर्ग में शा. उ. मा. वि. गीदम की टीम ने प्रथम तथा सेजस कटेकल्याण की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर जोन स्तरीय प्रतियोगिता के लिए अपनी जगह बनाई।
इस अवसर पर निर्णायक मंडल के रूप में डी.ए.व्ही. कुम्हाररास के श्री दिलेश्वर प्रसाद साहू, श्री रविकांत साहू और कन्या शिक्षा परिसर पातररास की श्रीमती निशा नायर उपस्थित थीं। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रमोद ठाकुर, सहायक परियोजना अधिकारी श्री केशव सिंह, प्राचार्य श्रीमती नेहा नाथ सहित शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
अधिकारियों ने विजयी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच विकसित होती है, बल्कि उन्हें अपने नवाचारों को प्रस्तुत करने और आत्मविश्वास बढ़ाने का भी अवसर मिलता है। आगामी जोन स्तरीय प्रतियोगिता में जिले के चयनित प्रतिभागी अपने नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।