छत्तीसगढ़ में शुरू हुआ पहला हॉस्पिस और पेलियेटिव केयर वार्ड – अंतिम चरण के कैंसर मरीजों को मिलेगा सुकून और सम्मानजनक जीवन
विश्व हॉस्पिस दिवस पर रायपुर के संजीवनी कैंसर केयर हॉस्पिटल में प्रदेश का पहला हॉस्पिस एवं पेलियेटिव केयर वार्ड शुरू हुआ, जिससे अंतिम चरण के कैंसर मरीजों को बेहतर देखभाल मिलेगी।

UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। विश्व हॉस्पिस एवं पेलियेटिव केयर दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। राजधानी रायपुर स्थित संजीवनी कैंसर केयर हॉस्पिटल में प्रदेश का पहला हॉस्पिस और स्पेशलिस्ट पेलियेटिव केयर वार्ड तथा स्टेप डाउन आईसीयू वार्ड का शुभारंभ किया गया।
यह शुभारंभ समारोह 11 अक्टूबर को आयोजित हुआ, जिसमें पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त विधायक अनुज शर्मा एवं विधायक रायपुर ग्रामीण मोतीलाल साहू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में चिकित्सकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
इस विशेष पहल का नेतृत्व डॉ. अविनाश तिवारी कर रहे हैं, जो राज्य के पहले पेलियेटिव मेडिसिन विशेषज्ञ हैं और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई से प्रशिक्षित हैं। यह पूरा प्रोजेक्ट डॉ. यूसुफ मेमन, निदेशक, संजीवनी कैंसर केयर हॉस्पिटल के मार्गदर्शन में साकार हुआ।
डॉ. मेमन ने बताया कि —
“कैंसर के अंतिम चरण में अधिकांश मरीज असहनीय दर्द और मानसिक पीड़ा से गुजरते हैं। भारत में मात्र 2% मरीजों को ही पेलियेटिव केयर की सुविधा मिल पाती है। यह नई यूनिट इन मरीजों को स्नेह, देखभाल और राहत देने की दिशा में बड़ा कदम है।”
हॉस्पिस और पेलियेटिव केयर वार्ड में ऐसे मरीजों के लिए विशेष सेवाएँ दी जाएंगी जो कैंसर के अंतिम चरण में हैं और जिनका इलाज संभव नहीं है, परंतु जिनके दर्द और तकलीफ़ को नियंत्रित किया जा सकता है। यहाँ मरीजों को चिकित्सीय देखभाल के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक परामर्श, संगीत चिकित्सा, और परिवारजन की सहभागिता जैसी सेवाएँ भी उपलब्ध होंगी।
डॉ. अविनाश तिवारी ने बताया कि यह सुविधा न केवल मरीजों को बल्कि उनके परिजनों को भी भावनात्मक सहारा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि “पेलियेटिव केयर जीवन के अंतिम दिनों को सम्मानपूर्वक और दर्द-मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करता है।”
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने इस पहल को छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक “संवेदनशील और मानवीय” कदम बताया। संजीवनी हॉस्पिटल का यह नया विभाग अब राज्यभर के कैंसर मरीजों के लिए आशा और राहत का नया केंद्र बनेगा।