कोंडागांव के ग्रामीण खुद मुरम डालकर सुधार रहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की जर्जर सड़क

कोंडागांव जिले के जरंडी गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी 4.11 किलोमीटर लंबी सड़क मात्र पांच वर्षों में जर्जर हालत में पहुंच गई। बड़े-बड़े गड्ढों और कीचड़ के कारण ग्रामीणों ने अपने संसाधनों से सड़क की मरम्मत शुरू कर दी। स्थानीय सरपंच सुरेन्द्र पोयाम ने निर्माण और रखरखाव में लापरवाही की शिकायत की है।

Sep 23, 2025 - 18:51
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कोंडागांव के ग्रामीण खुद मुरम डालकर सुधार रहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की जर्जर सड़क

UNITED NEWS OF ASIA. रामकुमार भाद्वाज, कोंडागांव। कोंडागांव जिले के जरंडी गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी 4.11 किलोमीटर लंबी सड़क मात्र पांच वर्षों में जर्जर हो गई है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे और कीचड़ के कारण बारिश के मौसम में दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल जाने वाले बच्चे, बीमारों को अस्पताल ले जाने और खेती-बाड़ी के कामों में कठिनाइयों के कारण उन्होंने खुद ही मुरम डालकर सड़क की मरम्मत शुरू कर दी है। इससे पहले इस सड़क पर दो बार डामरीकरण और तीन बार पेच का काम भी करवाया गया था।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कों का निर्माण गुणवत्ता मानकों के अनुसार होना चाहिए और ठेकेदार निश्चित अवधि तक रखरखाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क समय से पहले खराब हो जाने से यह निर्माण में लापरवाही या भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है।

सरपंच सुरेन्द्र पोयाम ने कहा कि अधिकारी और ठेकेदार अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं कर रहे हैं, इसलिए ग्रामीण स्वयं सड़क की मरम्मत में लगे हैं।

ग्रामीणों की पहल यह दर्शाती है कि स्थानीय लोगों के लिए सड़क की स्थिति जीवन और रोजगार दोनों पर सीधे प्रभाव डालती है और प्रशासनिक जवाबदेही को सुनिश्चित करना आवश्यक है।