रायपुर नगर निगम ने रचा इतिहास: JSJB राष्ट्रीय पुरस्कार में देशभर में पहला स्थान, डिप्टी सीएम साव बोले – जल संरक्षण में स्वर्णिम कीर्तिमान

रायपुर नगर निगम ने जल संचय जनभागीदारी (JSJB) 1.0 में देशभर में पहला स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने इसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन और रायपुर की जनता की जनभागीदारी का परिणाम बताया।

Sep 26, 2025 - 12:22
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रायपुर नगर निगम ने रचा इतिहास: JSJB राष्ट्रीय पुरस्कार में देशभर में पहला स्थान, डिप्टी सीएम साव बोले – जल संरक्षण में स्वर्णिम कीर्तिमान

UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ने जल संरक्षण के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया है। केंद्र सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय जल संचय और जन भागीदारी (JSJB) 1.0 अभियान में रायपुर नगर निगम ने देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्णिम कीर्तिमान स्थापित किया। वहीं राज्य स्तर पर छत्तीसगढ़ ने दूसरा स्थान हासिल कर जल प्रबंधन में अपनी अग्रणी भूमिका को फिर से सिद्ध किया।

उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर रायपुर की जनता, निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों और प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा –

“यह सम्मान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के सुशासन, प्रशासन की प्रतिबद्धता और रायपुर की जनता के अनुशासन का परिणाम है। हमने जल संरक्षण को सरकारी योजना नहीं, बल्कि जन-आंदोलन बनाया है।”

 रायपुर बना राष्ट्रीय विजेता, छत्तीसगढ़ का जल मिशन देश में अग्रणी

JSJB 1.0 अभियान के तहत देशभर में जल संरक्षण कार्यों के मूल्यांकन में रायपुर नगर निगम ने सबसे अधिक 33,082 कार्य पूर्ण कर पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद हैदराबाद (14,363) और गोरखपुर (14,331) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

राज्य स्तर पर भी छत्तीसगढ़ ने उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया। अब तक राज्य में कुल 4,05,563 जल संरचना कार्य पूरे किए जा चुके हैं, जिससे गाँव-गाँव और वार्ड-वार्ड में जल संरक्षण को एक सामूहिक अभियान का रूप मिला।

जनभागीदारी से बना जल संरक्षण का जन-आंदोलन

उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में “जन भागीदारी से जल सुरक्षा” मंत्र को जन-जन तक पहुँचाया गया। स्थानीय समुदायों, वार्ड समितियों और स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भूमिका से यह केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन बन गया।

“यह उपलब्धि दिखाती है कि सशक्त नेतृत्व, प्रशासनिक दृढ़ता और जनता की भागीदारी से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। यह अभियान आने वाली पीढ़ियों के लिए ‘जल है तो कल है’ का सशक्त उदाहरण बनेगा।” – साव

पुरस्कार और प्रोत्साहन

  • नगर निगम श्रेणी में 10,000+ संरचनाएँ पूर्ण करने वाले शीर्ष निगमों को ₹2 करोड़ का पुरस्कार मिलेगा।

  • जिला स्तर पर बालोद, राजनांदगांव, रायपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद, बिलासपुर, रायगढ़, धमतरी, सुरजपुर और दुर्ग को भी राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा गया।

रायपुर नगर निगम की यह उपलब्धि न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। यह सिद्ध करता है कि जब सरकार और जनता मिलकर किसी उद्देश्य को लक्ष्य बनाते हैं, तो सफलता निश्चित होती है। जल संरक्षण की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने रायपुर को देश के मानचित्र पर “जल सुरक्षा की राजधानी” के रूप में स्थापित कर दिया है।