छीरपानी जलाशय ओवरफ्लो: चार ग्रामीणों को राहत एवं बचाव दल ने सुरक्षित निकाला, भोंदा में पुल क्षतिग्रस्त
कबीरधाम जिले के छीरपानी जलाशय में ओवरफ्लो के कारण चार ग्रामीण फँस गए, जिन्हें जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला। भोंदा गांव में पुल क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण अलग-थलग हो गए। राहत शिविरों में प्रभावितों को ठहराया गया और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई।
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा । कबीरधाम जिले के मैकल पर्वतीय क्षेत्रों में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण छीरपानी जलाशय में जलस्तर अधिकतम क्षमता तक पहुँच गया और ओवरफ्लो की स्थिति बन गई। इसी दौरान चार ग्रामीण जलाशय के गहरे पानी में फँस गए।
साथ ही तारेगांव जंगल मार्ग पर ग्राम भोंदा के समीप पुल बाढ़ के तेज बहाव से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे कई ग्रामीण अलग-थलग हो गए। स्थिति की जानकारी मिलते ही जिला बाढ़ कंट्रोल कक्ष सक्रिय हुआ और कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने राहत एवं बचाव दलों को तत्काल घटनास्थल पर भेजा।
एनडीआरएफ, नगर सेना और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने सुबह 10 बजे घटनास्थल पर पहुँचकर राहत एवं बचाव अभियान प्रारंभ किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने मौके पर पहुँचकर सभी गतिविधियों की मॉनिटरिंग की और अधिकारियों को समन्वित कार्यवाही के निर्देश दिए।
सभी चार फंसे हुए ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहीं, भोंदा में क्षतिग्रस्त पुल के कारण प्रभावित ग्रामीणों को राहत शिविरों में ठहराया गया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावितों को राशन और आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि यह राहत अभियान एक सफल मॉकड्रिल साबित हुआ और जिला प्रशासन एवं विभागीय टीमें किसी भी आकस्मिक आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार हैं। उन्होंने राहत दलों के साहस और समन्वय की सराहना की।
इस आपदा प्रबंधन अभियान से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन, एनडीआरएफ और अन्य विभाग समय रहते सक्रिय होकर लोगों की जान और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।